देश की राजधानी दिल्ली में सर्दी ने दस्तक दे दी है और इसी के साथ प्रदूषण का स्तर भी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। यहां की हवा की गुणवत्ता (AQI) लगातार 400 से ऊपर बनी हुई है, जिससे पूरी दिल्ली ‘गैस चैंबर’ जैसा माहौल महसूस कर रही है। इस गंभीर हालत से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने नियमों को और सख्त करने का फैसला लिया है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि अगर लोग प्रदूषण नियंत्रण से जुड़े नियमों का उल्लंघन करते पाए गए, तो उन्हें भारी आर्थिक जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है।
देश की राजधानी दिल्ली में सर्दियों की शुरुआत के साथ प्रदूषण की समस्या और गंभीर हो गई है। राजधानी की हवा की गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है और AQI 400 के पार बना हुआ है, हालात को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं।
दिल्ली सरकार ने उठाया सख्त कदम
दिल्ली में सर्दी के साथ तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार ने कार्रवाई तेज कर दी है। सड़क कटिंग और निर्माण कार्यों से उठने वाली धूल को नियंत्रण में रखने के लिए अब ग्राउंड लेवल पर कड़ी निगरानी की जा रही है। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने स्पष्ट किया है कि डस्ट कंट्रोल नियमों के उल्लंघन पर ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति लागू होगी। ऐसे मामलों में दोषियों पर 5 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
2,000 टीमें कर रही निगरानी
दिल्ली में निर्माण कार्यों से फैलने वाली धूल पर काबू पाने के लिए पर्यावरण विभाग ने करीब 2,000 इंफोर्समेंट टीमों को तैनात किया है, जो निर्माण स्थलों की रियल-टाइम निगरानी कर रही हैं। इन टीमों द्वारा नियमित तौर पर यह जांच की जा रही है कि निर्धारित नियमों का पालन हो रहा है या नहीं। नियमों के अनुसार निर्माण स्थलों पर 2 मीटर ऊंचे विंड बैरियर लगाना, ढीली मिट्टी पर लगातार पानी का छिड़काव करना, मलबे को ढककर रखना और निर्माण सामग्री ढोने के लिए केवल PUC-सर्टिफाइड तथा कवर किए गए वाहनों का उपयोग करना अनिवार्य किया गया है।
प्रदूषण पर लिया सख्त एक्शन
दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सरकारी टीमों ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक 500 वर्ग मीटर तक के निर्माण और डेमोलिशन स्थलों में कुल 331 साइटों का निरीक्षण कर कार्रवाई की गई है। गैर-कानूनी तरीके से कचरा फेंकने की 510 जांचों में से 331 मामलों में दंडात्मक कदम उठाए गए। वहीं खुले में कूड़ा या बायोमास जलाने की 50 शिकायतों पर सभी में चालान जारी किया गया। प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUC) प्रस्तुत न कर पाने पर 3,108 वाहनों के चालान काटे गए, जिससे हजारों लोगों को भारी जुर्माना भरना पड़ा है।
एक्शन में आई MCD
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और आलोचनाओं के बीच दिल्ली नगर निगम (MCD) अब एक्शन में आ गया है। निगम ने पूरे शहर में रात के सफाई अभियान की शुरुआत की है और सभी 12 जोनों में मैकेनिकल स्वीपिंग को बढ़ा दिया गया है। इस समय 29 प्रमुख सड़कों के 315 किलोमीटर हिस्से की मशीनों से सफाई हो रही है। साथ ही, 312 बाजारों में दिन में दो बार सफाई की जा रही है। यह कदम इसलिए भी उठाए गए हैं क्योंकि पार्षदों ने आरोप लगाया था कि सफाई मशीनें और पानी का छिड़काव सिर्फ चुनिंदा वार्डों में होता है। सरकार का कहना है कि इस संयुक्त प्रयास से प्रदूषण कम करने में निश्चित रूप से मदद मिलेगी।
