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26/11 बरसी पर देवेंद्र फडणवीस का पाकिस्तान पर बड़ा आरोप, कहा- “सीधा युद्ध जीत नहीं सकता, इसलिए कर रहा ब्लास्ट और हमले”

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Published On: 23 November 2025

मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर 26/11 हमलों की 17वीं बरसी पर आयोजित ‘ग्लोबल पीस ऑनर्स 2025’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आतंकवाद पर कड़ा रुख दिखाते हुए पाकिस्तान को सीधे-सीधे घेरा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जानता है कि वह भारत को युद्ध के मैदान में हराने की औकात नहीं रखता, इसलिए वह कभी दिल्ली में ब्लास्ट करा रहा है, कभी पहलगाम जैसे शांत इलाकों में खून-खराबा करवा रहा है। फडणवीस ने कहा कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई पर हुआ हमला सिर्फ एक आतंकी घटना नहीं, बल्कि भारत की संप्रभुता को ललकारने की कोशिश थी। उन्होंने साफ कहा कि अगर उस समय हमने ऑपरेशन सिंदूर जैसा जवाब देने का साहस जुटाया होता, तो आज कोई दुश्मन देश भारत की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देखता। लेकिन हमने वह कदम नहीं उठाया और उसकी कीमत देश को चुकानी पड़ी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री की पत्नी अमृता फडणवीस ने की। मंच पर रिलायंस फाउंडेशन की नीता अंबानी, शाहरुख खान, रणवीर सिंह, शंकर महादेवन समेत कई नामी हस्तियां मौजूद रहीं।

17 साल बाद भी घाव ताजा

फडणवीस ने कहा कि 17 साल बीत गए, लेकिन मुंबई हमलों का दर्द आज भी हर भारतीय के दिल में वैसे ही है। उन्होंने चेतावनी दी कि आतंक का खतरा खत्म नहीं हुआ है, बल्कि और ज्यादा चालाकी के साथ सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि हम सबको देश की आंख और कान बनना पड़ेगा। अगर हम एक आवाज में बोलेंगे और एक साथ खड़े रहेंगे, तो कोई हमें हिला नहीं सकता। दिल्ली ब्लास्ट की जांच में 3,000 किलो विस्फोटक बरामद करने पर उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत अब पहले जैसा नहीं रहा। अब भारत पहले ही साजिश पहचान लेता है और आतंकियों को घर में घुसकर मारने की क्षमता रखता है।

आतंकी देशभर में धमाके करना चाहते थे

दिल्ली ब्लास्ट और पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए फडणवीस ने कहा कि ये दोनों घटनाएं बताती हैं कि दुश्मन की मंशा कितनी खतरनाक थी। वे देश के कई शहरों को उड़ा देना चाहते थे। मुंबई भी उनकी हिट लिस्ट में था। लेकिन हमारी एजेंसियों ने समय रहते उनके नेटवर्क पर वार किया। इसी बौखलाहट में उन्होंने दिल्ली में धमाका कर दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान को याद किया जिसमें कहा गया है कि आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते। फडणवीस ने कहा कि सशस्त्र बलों को मिली आज़ादी ने दुनिया को भारत की असली ताकत दिखाई है। जंग अभी खत्म नहीं हुई है।

26/11 के वो 60 घंटे

2008 में पाकिस्तान से आए लश्कर के 10 आतंकी समुद्र के रास्ते मुंबई में घुसे और ताज होटल, ओबेरॉय, नरीमन हाउस, CST स्टेशन और लियोपोल्ड कैफे पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। यह खौफ का दौर 60 घंटे चला और 166 लोगों की जान चली गई। एकमात्र जिंदा पकड़ा गया आतंकी अजमल कसाब बाद में फांसी पर लटका दिया गया।

2025 के दो बड़े आतंकी हमले

1. दिल्ली ब्लास्ट (10 नवंबर 2025)

लाल किला के पास खड़ी कार में हुए भीषण धमाके में 15 लोगों की मौत और 20 से ज्यादा घायल हुए।

2. पहलगाम हमला (22 अप्रैल 2025)

बैसरन घाटी में चार आतंकियों ने अचानक फायरिंग कर दी, जिसमें 26 लोगों की जान गई।

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