अब तक 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन, 11वें दिन तक टूटा आस्था का रिकॉर्ड; हर कदम पर सुरक्षा बल मुस्तैद

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Published On: 14 July 2025

नई दिल्ली | दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब लगातार उमड़ रहा है। यात्रा के 11वें दिन तक दो लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान शिव के पवित्र हिम शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं। इसी क्रम में सोमवार की सुबह 6,143 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था भारी उत्साह के साथ जम्मू से कश्मीर की ओर रवाना हुआ। अधिकारियों ने बताया कि यात्रा शुरू होने के बाद अब तक 2 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं।

अमरनाथ यात्रा पूरे जोश और श्रद्धा के साथ जारी है। अब तक 2 लाख से अधिक श्रद्धालु दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस बल के साथ-साथ केंद्रीय अर्धसैनिक बलों (CAPF) की 180 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है। जम्मू से लेकर पवित्र गुफा मंदिर तक के पूरे मार्ग, दोनों आधार शिविरों (बालटाल और पहलगाम) तथा सभी पारगमन शिविरों को सुरक्षा बलों द्वारा पूरी तरह सुरक्षित कर लिया गया है।

तीर्थयात्री दो मुख्य मार्गों से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं। पहलगाम मार्ग से जाने वाले श्रद्धालुओं को चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी होते हुए 46 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है, जो 4 दिन में पूरी होती है। वहीं, बालटाल मार्ग से जाने वाले श्रद्धालु केवल 14 किलोमीटर की चढ़ाई कर उसी दिन वापसी भी कर लेते हैं।

इस वर्ष की विशेष स्थिति

सुरक्षा कारणों से इस वर्ष हेलीकॉप्टर सेवा स्थगित कर दी गई है, जिससे सभी श्रद्धालुओं को इन दोनों मार्गों में से किसी एक पर पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। प्रशासन ने यात्रा मार्गों पर सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के विशेष इंतज़ाम किए हैं ताकि तीर्थयात्रा सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से संचालित हो सके।

अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा इंतजाम

अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने अभूतपूर्व और सख्त इंतजाम किए हैं। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार ने 180 अतिरिक्त सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) कंपनियों की तैनाती की है। ये कंपनियां सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर पूरे रूट पर कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं। जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से लेकर गुफा मंदिर तक के समूचे मार्ग को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है।

इसके साथ ही, बालटाल और पहलगाम के दोनों आधार शिविरों तथा सभी पारगमन शिविरों पर सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाल लिया है। ड्रोन से निगरानी, आधुनिक उपकरणों से लैस चेकपोस्ट, और लगातार गश्त जैसी व्यवस्थाओं के जरिए किसी भी संभावित खतरे से निपटने की पूरी तैयारी की गई है।

यात्रा का समय

इस वर्ष अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से प्रारंभ हुई है और यह 9 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा तथा रक्षाबंधन के पावन अवसर पर संपन्न होगी। यह यात्रा हिंदू धर्म की सबसे पवित्र तीर्थयात्राओं में से एक मानी जाती है। मान्यता है कि अमरनाथ गुफा वही पावन स्थान है जहाँ भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरता का रहस्य (अमर कथा) सुनाया था। इसी कारण इस गुफा को “अमरता का प्रतीक” माना जाता है। गुफा के भीतर हर वर्ष प्राकृतिक रूप से बर्फ से बनने वाला बर्फानी शिवलिंग (हिमलिंग) श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र होता है।

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