भोपाल | मध्यप्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने रविवार को ग्वालियर और श्योपुर समेत कुल 16 जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं शनिवार को प्रदेश के 20 जिलों में झमाझम बरसात हुई। लगातार हो रही बारिश से नदियां-नाले उफान पर हैं और कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है।
सीजन का कोटा लगभग पूरा
प्रदेश में अब तक औसतन 34.2 इंच बारिश दर्ज हो चुकी है। सिर्फ 2.8 इंच और पानी गिरते ही इस मानसून सीजन का औसत कोटा पूरा हो जाएगा। कई जिलों में औसत से कहीं ज्यादा पानी बरस चुका है। गुना जिले में अब तक 52 इंच बारिश दर्ज की गई है, जबकि मंडला और अशोकनगर का आंकड़ा भी 50 इंच पार कर चुका है।
आज इन जिलों में अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए विशेष चेतावनी जारी की है। उज्जैन संभाग के नीमच और मंदसौर में अति भारी बारिश की संभावना जताई गई है। यहां साढ़े 8 इंच तक पानी गिर सकता है। इसके अलावा ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा, रतलाम, झाबुआ, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और सिंगरौली जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और नदी-नालों के पास जाने से बचें।
क्यों हो रही लगातार बारिश?
मौसम विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, इस समय प्रदेश के ऊपर से मानसून ट्रफ गुजर रही है। इसके साथ ही उत्तरी हिस्से में साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय है। इन दोनों सिस्टम के कारण बादल लगातार सक्रिय बने हुए हैं और कई जिलों में झमाझम बारिश हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले तीन दिन तक यह सिस्टम और असर दिखाएगा।
सावधानी जरूरी
लगातार बारिश के चलते खेतों में पानी भर गया है, जिससे किसानों की फसल को नुकसान का खतरा बढ़ गया है। वहीं, कई ग्रामीण इलाकों का सड़क संपर्क भी बाधित हो रहा है। प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि लोग सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।