भोपाल | मध्य प्रदेश के खंडवा में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भोपाल की महापौर मालती राय को जल-गंगा संवर्धन अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उन्हें प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट किया। भोपाल ने 10 लाख से अधिक आबादी वाली निकायों की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार हासिल किया।
महापौर ने दी जानकारी
महापौर मालती राय ने भाजपा जिला अध्यक्ष रविंद्र यति और महापौर परिषद के साथ सम्मान ग्रहण किया। इस दौरान पूरा माहौल खुशनुमा हो गया और लोगों के तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी। इसके बाद, सभा को संबंधित करते हुए महापौर ने जल-गंगा अभियान के तहत भोपाल में होने वाले कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। साथ ही यह भी बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है और इससे किन-किन लोगों को क्या फायदा हुआ है।
अप्रैल में हुई शुरुआत
बता दें कि 01 अप्रैल 2025 से जल-गंगा अभियान की शुरुआत हुई थी। जिसके तहत, 68 कुएं और 8 तालाबों की सफाई कराई गई और संरक्षण का संकल्प लिया जा चुका है। जिनमें 22 प्राचीन बावड़ियों का जीर्णोद्धार, जैसे बड़े बाग, नेवरी मंदिर, द्वारका नगर, आदि शामिल है। इसके अलावा, जल संरचनाओं से 150.76 क्यूबिक मीटर गाद निकाली गई। इससे जल संग्रहण क्षमता बढ़ी है। साथ ही बावड़ियां आकर्षण का केंद्र बनी हैं।
CM ने कही ये बात
वहीं, सीएम ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि भोपाल ने जल संरक्षण की दिशा में मिसाल कायम की है। चूंकि, साफ पानी और संरक्षित स्रोत ही भविष्य है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनभागीदारी से चला जनआंदोलन है। भोपाल नगर निगम की पहल ने शहर की ऐतिहासिक पहचान को भी फिर से जीवित किया है।
यह लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम के दौरान मंच पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, तुलसीराम सिलावट, कुंवर विजय शाह, धर्मेंद्र लोधी और अर्चना चिटनिस मौजूद थे।