अशोकनगर | मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 8 जुलाई को अशोकनगर में “न्याय सत्याग्रह” आयोजित करने की घोषणा की है। यह सत्याग्रह लोकतंत्र, सामाजिक न्याय और विपक्ष की आवाज को दबाने के खिलाफ निर्णायक संघर्ष का प्रतीक होगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री डॉ. मुकेश नायक ने रविवार को यह जानकारी दी।
डॉ. नायक ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में आयोजित हो रहा यह आंदोलन लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ एक संगठित प्रतिक्रिया है। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार लोकतंत्र को कुचलने, सामाजिक न्याय को दबाने, भ्रष्टाचार को संरक्षण देने और पुलिस व प्रशासन का दुरुपयोग कर विपक्ष को डराने का प्रयास कर रही है। अशोकनगर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठी FIR दर्ज की गई हैं। न्याय सत्याग्रह इन्हीं अन्यायों के खिलाफ आवाज बुलंद करने का माध्यम है।”
पुलिस तैनाती बढ़ी
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि 8 जुलाई को आयोजित सत्याग्रह को विफल करने के लिए प्रशासनिक दबाव बनाया जा रहा है। नायक ने कहा, “हमें विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि अशोकनगर में होटल, विवाह स्थल और गेस्ट हाउस कांग्रेस कार्यकर्ताओं को देने से मना किया जा रहा है। लगभग 1000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जा रही है, जो सत्ताधारी दल की दमनकारी मानसिकता को दर्शाता है।”
कांग्रेस ने दिखाई एकजुटता
कांग्रेस का कहना है कि प्रशासन के इन प्रयासों से घबराने की जरूरत नहीं है। नायक ने बताया कि अशोकनगर के करीब 2000 नागरिकों ने खुद आगे आकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को अपने घरों में ठहराने का आग्रह किया है। “हमें किसी होटल की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि जनता खुद हमारे साथ खड़ी है। यह कांग्रेस परिवार की ताकत और जनता के प्रेम का प्रतीक है,” नायक ने कहा। उन्होंने कहा कि यह सत्याग्रह न केवल राजनीतिक संघर्ष है, बल्कि सामाजिक न्याय और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक जन-आंदोलन है।
जनता से अपील
मुकेश नायक ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे 8 जुलाई को अशोकनगर पहुंचें और इस ऐतिहासिक न्याय सत्याग्रह में भाग लें। “यह समय है अन्याय के खिलाफ एकजुट होने का। कांग्रेस डरने वाली नहीं है, हम सत्य और न्याय के साथ हैं,”।
