लाइफस्टाइल | फैशन की दुनिया में हर दिन कुछ न कुछ नया आता रहता है, लेकिन कुछ चीज़ें ऐसी होती हैं जो कभी ट्रेंड से बाहर नहीं जातीं- उन्हीं में से एक है बनारसी साड़ी। यह सिर्फ एक परिधान नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, शिल्पकला और शाही विरासत का प्रतीक है। इसकी बुनावट में न सिर्फ रेशम के धागे होते हैं, बल्कि सदियों पुरानी परंपराएं, कारीगरों की मेहनत और एक अनोखी गरिमा भी बुनी जाती है। हर उम्र, हर अवसर और हर स्टाइल के साथ सहजता से घुलने वाली बनारसी साड़ी आज भी महिलाओं की पहली पसंद बनी हुई है।
“बनारसी साड़ी सुंदरता का प्रतीक”
बनारसी साड़ी सिर्फ एक पारंपरिक परिधान नहीं है, बल्कि ये भारतीय संस्कृति, कला और शिल्पकला की एक भव्य मिसाल भी है। आज की लड़कियां इंडो-वेस्टर्न या मॉडर्न आउटफिट्स की ओर झुक रही हैं, उसके बावजूद भी बनारसी साड़ी की लोकप्रियता को टक्कर नही दे पा रही है कि ये साड़ी वाकई में समय के साथ खुद को ढाल चुकी है।
फैशन में बनारसी साड़ी की वापसी
सेलिब्रिटी इनफ्लुएंस दीपिका पादुकोण, आलिया भट्ट जैसी अभिनेत्रियों ने बनारसी को रेड कार्पेट और शादी में पहनकर इसे फिर से ट्रेंड में ला दिया है। फ्यूजन स्टाइलिंग में आजकल बनारसी साड़ियों को बेल्ट, जैकेट ब्लाउज़ या क्रॉप टॉप के साथ पेयर करके नया लुक दिया जा रहा है।
हर बनारसी साड़ी में एक खास कहानी और विरासत छिपी होती है। ये न सिर्फ एक परिधान है, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपरा और कारीगरी का जीवंत उदाहरण भी है। आइए जानते हैं विस्तार से बनारसी साड़ियों के प्रकार, उनकी पहचान…
कॉटन बनारसी साड़ी
कॉटन बनारसी साड़ी पूरी तरह से रेशम और कॉटन के मेल से बनाई जाती है। इसे बेहद बारीकी और नफासत से बुना जाता है, जिससे इसका कपड़ा न केवल मजबूत होता है, बल्कि उसमें एक हल्की सी चमक भी नजर आती है। इस साड़ी की सबसे बड़ी खूबी इसकी पहनने में मिलने वाली सहजता और आराम है। गर्मियों के मौसम में भी यह साड़ी शरीर को ठंडक का एहसास देती है, इसलिए यह रोज़मर्रा के इस्तेमाल के लिए भी उपयुक्त मानी जाती है।
कतान बनारसी साड़ी
कतान बनारसी साड़ी बनारसी साड़ियों में सबसे क्लासिक और प्राचीन शैली मानी जाती है। यह पूरी तरह हाथ से बुनी जाती है और इसकी बनावट बेहद महीन और मजबूत होती है। इसमें जरी (सोने या चांदी के धागे) और शुद्ध रेशम का सुंदर मिश्रण होता है, जो इसे एक शानदार और रॉयल लुक देता है। कतान सिल्क की खासियत इसकी मुलायम बनावट और टिकाऊपन है। यह साड़ी खास मौकों जैसे शादी, त्योहार या पारंपरिक कार्यक्रमों के लिए बिल्कुल उपयुक्त होती है।
चिनिया सिल्क साड़ी
बनारसी चिनिया सिल्क साड़ी खासतौर पर उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जो रॉयल लुक चाहते हैं लेकिन बहुत महंगा खर्च नहीं करना चाहते। चिनिया सिल्क झारखंड से आता है और इसकी बनावट बिल्कुल प्राकृतिक रेशम जैसी होती है। इसकी चमक मुलायम और नैचुरल होती है, जो इसे शुद्ध रेशम से अलग पहचान देती है। जब इस चिनिया सिल्क को बनारसी बुनाई से जोड़ा जाता है, तब एक बेहद आकर्षक और एलीगेंट साड़ी तैयार होती है। इसमें जरी, बूटेदार डिज़ाइन और ट्रेडिशनल पैटर्न मिलते हैं। अन्य बनारसी साड़ियों के मुकाबले चिनिया सिल्क की साड़ियाँ ज्यादा महंगी नहीं होतीं, जिससे ये आम महिलाओं के लिए भी सुलभ होती हैं।
ओर्गेन्ज़ा बनारसी साड़ी
ओर्गेन्ज़ा बनारसी साड़ी एक बेहद हल्के और पारदर्शी कपड़े से बनाई जाती है, जिसमें पारंपरिक बनारसी बुनाई को मॉडर्न स्टाइल के साथ जोड़ा जाता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत इसकी शीर और फ्लोई बनावट है, जो पहनने पर एक रॉयल और ग्रेसफुल लुक देती है। ज़्यादातर इन साड़ियों पर जरी वर्क, बुट्टा डिज़ाइन और फूल-पत्तियों के हल्के मोटिफ्स देखने को मिलते हैं। यह साड़ी खासकर उन युवतियों और महिलाओं में लोकप्रिय है, जो ट्रेडिशनल लुक के साथ थोड़ा स्टाइलिश और एलिगेंट टच चाहती हैं। इसे पार्टियों, रिसेप्शन, एंगेजमेंट जैसे मौकों पर पहना जा सकता है।
शातिर बनारसी साड़ी
इस साड़ी में बहुत ही महीन और चमकदार रेशम का उपयोग किया जाता है। इसकी बनावट काफी बारीक होती है, जिससे इसका लुक बेहद रॉयल और पारंपरिक दिखाई देता है। यह साड़ी हेवी बॉर्डर, जटिल जरी के काम और भव्य डिज़ाइनों के लिए जानी जाती है। खासकर शादी-ब्याह जैसे विशेष मौकों पर इसे पहना जाता है।
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. MPNews इनकी पुष्टि नहीं करता है.
