,

CM यादव का बड़ा ऐलान, अब मछुआरों को मिलेंगी उद्योग जैसी सुविधाएं!

Author Picture
Published On: 12 July 2025

भोपाल | MP के मस डॉ. मोहन यादव ने मछुआ समुदाय को बड़ी सौगात देते हुए ऐलान किया है कि मछली पालन को अब उद्योग का दर्जा दिया जाएगा। अब मत्स्य पालन करने वाले लोगों को भी वही सुविधाएं मिलेंगी जो अन्य उद्योगों को मिलती हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को मछली उत्पादन में देश का नंबर-1 राज्य बनाना हमारा लक्ष्य है।

डॉ. यादव उज्जैन स्थित कालिदास संस्कृत अकादमी में राज्य स्तरीय निषादराज सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराज निषादराज ने भगवान श्रीराम की प्रभुता सबसे पहले पहचानी, मछुआरा समुदाय सदियों से साहस और परिश्रम का प्रतीक रहा है। इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए सरकार हर संभव मदद कर रही है।

मछुआरों के लिए नई योजनाओं की सौगात

    • 22.65 करोड़ की लागत से 453 स्मार्ट फिश पार्लर की स्थापना का भूमि पूजन
    • 92 करोड़ की लागत से इंदिरा सागर बांध में 3360 केज प्रोजेक्ट का वर्चुअल भूमि पूजन
    • 430 मोटरसाइकिलें वितरित की गईं, जिनमें मछली स्टोरेज के लिए आईस बॉक्स लगे हैं
    • 40 करोड़ की लागत से भोपाल में अत्याधुनिक एक्वा पार्क का निर्माण जारी
    • 217 करोड़ की लागत से मछली बीज के लिए अत्याधुनिक हैचरी का निर्माण प्रस्तावित, इससे बंगाल पर निर्भरता खत्म होगी


मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में 2024-25 में 3.81 लाख मीट्रिक टन मछली का उत्पादन हुआ, और अब यह आंकड़ा और तेजी से बढ़ेगा। करीब 2 लाख मछुआरे प्रदेश में पंजीकृत हैं, जिनमें महिलाएं भी बड़ी संख्या में सक्रिय हैं।

 

आधुनिक तकनीक और स्टार्टअप का जोर

डॉ. यादव ने कहा कि मछली पालन अब पारंपरिक नहीं, एक आधुनिक उद्योग बन चुका है। नई तकनीकों, आधुनिक मशीनों और स्टार्टअप के ज़रिए युवाओं को इससे जोड़ा जा रहा है। सिंचाई रकबे में बढ़ोतरी से जलाशयों की संख्या भी बढ़ी है, जिससे मत्स्य व्यवसाय को और गति मिल रही है।

प्रदेश में जल्द ही 3 लाख से अधिक केज यूनिट्स स्थापित किए जाएंगे। साथ ही, पाईपलाइन वाटर सप्लाई, सीवेज सिस्टम और लॉजिस्टिक सुविधाएं भी मछुआरों को सपोर्ट करेंगी।

संकल्प भी, संदेश भी

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नशा मुक्ति और फिजूलखर्ची से बचने का संकल्प भी दिलवाया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब हर वर्ग को अपने जीवन में बदलाव लाना होगा। “अब सिर्फ योजनाएं नहीं, तेजी से उनका ज़मीन पर क्रियान्वयन भी जरूरी है,” उन्होंने कहा।

सम्मेलन में भारी उत्साह

इस अवसर पर मत्स्य पालन मंत्री नारायण सिंह पंवार, मछुआ कल्याण बोर्ड अध्यक्ष सीताराम बाथम, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा समेत हजारों मछुआरों ने भाग लिया। सभी ने मुख्यमंत्री के फैसलों की सराहना करते हुए कहा कि अब मछुआरा समाज सिर्फ जल में नहीं, आर्थिक उन्नति की मुख्यधारा में भी दिखाई देगा।

Related News
Home
Web Stories
Instagram
WhatsApp