बिजनेस | देश का सबसे बड़ा निजी बैंक HDFC बैंक पहली बार अपने निवेशकों को बोनस शेयर देने की तैयारी में है। इस संदर्भ में 19 जुलाई 2025 को बैंक की बोर्ड मीटिंग बुलाई गई है, यदि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो एचडीएफसी बैंक उन BSE 500 कंपनियों की सूची में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने वित्तीय वर्ष 2025 में बोनस शेयर जारी करने की घोषणा की है। बाजार पूंजीकरण (Market Cap) के लिहाज से भारत के सबसे बड़े बैंक का यह कदम निवेशकों के लिए बड़ी खबर मानी जा रही है। इससे न केवल मौजूदा शेयरधारकों को अतिरिक्त लाभ मिलेगा, बल्कि स्टॉक में तरलता (liquidity) भी बढ़ेगी और निवेशकों का भरोसा और मजबूत होगा।
देश का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक HDFC Bank अपने निवेशकों को बोनस शेयर देने की योजना पर विचार कर रहा है। यदि यह प्रस्ताव मंजूरी पाता है, तो यह बैंक के इतिहास में पहली बार होगा जब वह बोनस शेयर जारी करेगा।
क्या होता है बोनस शेयर?
बोनस शेयर वह अतिरिक्त शेयर होते हैं जो कंपनियां अपने मौजूदा शेयरधारकों को बिना किसी कीमत पर देती हैं। इसका मतलब है कि अगर आपके पास कंपनी के कुछ शेयर हैं, तो कंपनी आपको मुफ्त में और शेयर दे सकती है।
HDFC बैंक भी बोनस शेयर के लिए तैयार
इस वर्ष कई प्रमुख कंपनियों ने अपने निवेशकों को बोनस शेयर देने की घोषणा की है। इनमें मदरसन सुमी वायरिंग इंडिया, अशोक लीलैंड, कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, बजाज फाइनेंस और आनंद राठी वेल्थ लिमिटेड जैसी नामचीन कंपनियां शामिल हैं। अब एचडीएफसी बैंक भी इस सूची में शामिल होने की तैयारी कर रहा है।” एचडीएफसी बैंक ने एक्सचेंज को सूचित किया है कि आगामी बोर्ड बैठक के दिन वह वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी करेगा और साथ ही अंतरिम डिविडेंड पर भी विचार किया जाएगा। इस बैठक में बोनस शेयर जारी करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की जाएगी।
एचडीएफसी बैंक अब भारत की दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है, और उसने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को पीछे छोड़ दिया है। इस साल यह उपलब्धि इसलिए और खास मानी जा रही है क्योंकि एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड के मेगा मर्जर के बाद बैंक का आकार, ग्राहक आधार और बैलेंस शीट दोनों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
