भोपाल | मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक बार फिर राज्य सरकार की लाड़ली बहना योजना को लेकर हमला बोला है। इस बार वे वीडियो के ज़रिए सीधे मुख्यमंत्री से मुखातिब हुए और कहा, “मुख्यमंत्री जी, लाड़लियों की परेशानी को समझिए और तत्काल सुनवाई कीजिए।”
पटवारी ने वीडियो में तीखे लहजे में कहा कि लाखों महिलाएं सरकार की स्कीम से बाहर हो गईं हैं और जिनको पैसा मिल रहा है, उन्हें सिर्फ़ ₹1250 ही क्यों मिल रहा है? विधानसभा चुनाव से पहले ₹3000 प्रति माह देने का वादा किया गया था, लेकिन अब वह ‘गुमनाम’ हो गया है। पटवारी ने इसे “बहनों के साथ छल” बताया और कहा कि यह सिर्फ़ घोषणा तक ही सीमित रह गया है।
सरकार पर साधा निशाना
उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य की बहनें हर महीने उम्मीद से अपने खातों की तरफ देखती हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ निराशा हाथ लगती है। पटवारी ने पूछा कि अगर सरकार ₹3000 नहीं दे सकती तो फिर वादा क्यों किया गया? क्या यह चुनावी छलावा था? पटवारी ने लाड़ली बहनों को मिलने वाले ‘रक्षाबंधन शगुन’ की राशि को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “₹250 का शगुन? क्या यही महिला सशक्तिकरण है?” उन्होंने यह भी दावा किया कि कई जिलों से महिलाओं की शिकायतें आ रही हैं कि फॉर्म भरने के बावजूद नाम सूची से काट दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री जी,
लाड़लियों की परेशानी को समझें!
तत्काल सुनवाई भी करें!@DrMohanYadav51 pic.twitter.com/XyKH4CAEDp— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) August 3, 2025
किया स्पष्ट
कांग्रेस नेता ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर सरकार बहनों को ₹3000 प्रतिमाह देने के अपने वादे से पीछे हटती है, तो कांग्रेस न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाने में देर नहीं करेगी। यह सिर्फ़ पैसा नहीं, बहनों का अधिकार है। यह बयान उस समय आया है जब सरकार खुद को महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में प्रचारित कर रही है। कांग्रेस का दावा है कि सरकार के वादों और जमीनी सच्चाई के बीच बड़ी खाई है।
