भोपाल | मध्यप्रदेश कांग्रेस में नए जिलाध्यक्षों की घोषणा के बाद लगातार विरोध तेज हो रहा है। राजधानी भोपाल में यह विरोध नाटकीय रूप लेता नजर आया, जब पूर्व शहर अध्यक्ष प्रदीप सक्सेना ‘मोनू’ ने राजीव गांधी की प्रतिमा के सामने खून से पत्र लिखकर राहुल गांधी से न्याय की गुहार लगाई। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए और यहां तक कहा कि वे दिल्ली जाकर आत्मदाह करने को मजबूर होंगे।
मोनू सक्सेना ने आरोप लगाया कि भोपाल के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना को संगठन में जिम्मेदारी ईमानदारी से नहीं बल्कि सौदेबाजी के जरिए दी गई है। उनका कहना था कि प्रवीण के भाजपा नेताओं से भी गहरे रिश्ते हैं, ऐसे में संगठन की नीतियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के त्याग का अपमान हुआ है।
“संगठन के लिए लड़ाई”
प्रदर्शन के दौरान मोनू भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि वर्षों से कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के लिए वे संघर्ष करते रहे हैं, लेकिन उनकी मेहनत को नज़रअंदाज़ कर दिया गया। आरोप लगाया कि पार्टी के कुछ बड़े नेता राहुल गांधी को वास्तविकता से दूर रखकर व्यापमं घोटाले में शामिल चेहरों को संरक्षण दे रहे हैं।
उन्होंने साफ कहा कि अब वे दिल्ली जाकर राहुल गांधी से सीधा संवाद करेंगे और अगर उनकी आवाज नहीं सुनी गई तो आत्मदाह जैसा कठोर कदम उठाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
समर्थकों की नारेबाजी
बिट्टन मार्केट चौराहे पर हुए इस विरोध प्रदर्शन में मोनू सक्सेना के समर्थक भी बड़ी संख्या में मौजूद थे। कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की और चेतावनी दी कि यह आंदोलन यहीं खत्म नहीं होगा। अगर संगठन ने पारदर्शिता और न्याय नहीं दिखाया तो विरोध की आग और भड़क सकती है।
डेढ़ करोड़ की डिफेंडर कार का मामला
यह पहला मौका नहीं है जब मोनू सक्सेना ने प्रवीण सक्सेना की नियुक्ति पर सवाल उठाए हों। इससे पहले भी वे आरोप लगा चुके हैं कि इस पद को हासिल करने के लिए डेढ़ करोड़ रुपए की कीमत वाली डिफेंडर कार बतौर गिफ्ट दी गई थी। मोनू का कहना है कि उनके पास इस पूरे प्रकरण के सबूत मौजूद हैं और जल्द ही सार्वजनिक रूप से इसका खुलासा करेंगे।
