देश | उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताज़ा घटना चमोली ज़िले के थराली क्षेत्र की है, जहां देर रात करीब 1 बजे बादल फटने से हालात भयावह हो गए। अचानक आई इस आपदा ने गांवों में दहशत और अफरातफरी मचा दी। पानी के साथ आए मलबे ने लोगों के घरों को अपनी चपेट में ले लिया और कई मकान मलबे के नीचे दब गए। वहीं, सड़कों के टूट जाने से आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। रात के सन्नाटे में हुई इस घटना ने लोगों की नींद और चैन दोनों छीन लिए। राहत और बचाव कार्य के लिए टीमें मौके पर जुटी हैं, लेकिन भारी तबाही से हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं।
उत्तराखंड में फिर से प्राकृतिक आपदा का कहर देखने को मिला है। चमोली जिले के थराली क्षेत्र में देर रात करीब 1 बजे अचानक बादल फट गया, जिससे भारी तबाही मच गई। इस आपदा ने लोगों की नींद उड़ा दी और गांव में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया।
चमोली में बादल फटने से भारी तबाही
आज की रात उत्तराखंड के चमोली ज़िले के थराली में बादल फटने से भारी तबाही मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना रात करीब 1 बजे हुई, जब तेज गर्जना और मूसलधार बारिश के साथ अचानक पानी का तेज बहाव आया और लोग जान बचाने के लिए घरों से बाहर निकलने पर मजबूर हो गए। इस आपदा में सबसे अधिक नुकसान थराली बाज़ार क्षेत्र और आसपास के गांव सागवाड़ा व चेपडो में हुआ, जहां पानी और मलबे से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
🚨 थराली क्षेत्र से आपदा अपडेट 🚨
बीती रात्रि थाना थराली क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि से जनजीवन प्रभावित हुआ। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए थाना थराली पुलिस ने रात्रि में ही मुस्तैदी दिखाते हुए स्थानीय लोगो को सतर्क किया तथा घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया। pic.twitter.com/5MaiBgTc5D
— Chamoli Police Uttarakhand (@chamolipolice) August 23, 2025
बादल फटने से दो लोग लापता
चमोली के थराली क्षेत्र में बादल फटने की घटना से दो लोग लापता बताए जा रहे हैं। लापता लोगों में एक 20 वर्षीय युवती शामिल है, जो सागवाड़ा गांव की रहने वाली है, जबकि दूसरा व्यक्ति चेपडो गांव से लापता है। प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। SDRF और स्थानीय पुलिस की टीमें मौके पर मौजूद रहकर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। राहत की बात यह है कि अब तक किसी की मौत या गंभीर रूप से हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है।
अफरातफरी का माहौल
इस आपदा में कई घर पूरी तरह से मलबे में दब गए हैं, जबकि स्थानीय बाज़ार में खड़ी गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा है, जिनमें एक एंबुलेंस समेत कई निजी वाहन शामिल हैं। इतना ही नहीं, जल संस्थान का कार्यालय भी इस आपदा की चपेट में आ गया है, जिससे हालात और गंभीर हो गए हैं। तबाही के बाद सामने आए वीडियो दिल दहला देने वाले हैं, जिनमें लोग अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित जगह की तलाश में भागते नजर आ रहे हैं। पूरे इलाके में चीख-पुकार और अफरातफरी का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना मानो आसमान से बरसी कोई मुसीबत थी, जिसने पलक झपकते ही सबकुछ तबाह कर दिया।
बचाव कार्य जारी
उत्तराखंड में हाल ही में आई आपदा के बाद प्रशासन ने तुरंत आपदा प्रबंधन बलों को प्रभावित क्षेत्रों में भेजा और रेस्क्यू कार्य तेज़ी से शुरू कर दिया है। प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री वितरित की जा रही है और अस्थायी आश्रय स्थल बनाए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से बचने और सभी प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
