मनोरंजन | आजकल दर्शकों को फिल्म और वेब सीरीज में नई-नई कहानी देखना बहुत पसंद आता है। आजकल की कहानी कल्पना से बहुत ज्यादा आगे बढ़ चुकी है। पहले जहां केवल काल्पनिक कहानियों का बोलबाला होता था तो अब मेकर्स और दर्शक सच्ची और असाधारण कहानियों को ज्यादा पसंद करने लगे हैं।
आजकल ऐसी कहानी बनाई जाने लगी है जो भारत में मौजूद जटिल सामाजिक और सांस्कृतिक परिदृश्य को उजागर करने का काम करती है। इन कहानियों को बहुत ही रोमांचक तरीके से पर्दे पर पेश किया जाता है जिससे यह लोगों को आकर्षित करती है। भारत की सांस्कृतिक धार्मिक राजनीतिक ताने-बाने की झलक इन फिल्मों में आपको दिखाई देगी। आज हम आपको कुछ ऐसी कहानी बताते हैं जो सच्ची घटनाओं पर आधारित है।
जीत की जिद्द
इस कहानी के नाम से ही सहित है कि एक मोटिवेशनल स्टोरी होगी। एक कल्प्लिक नहीं है बल्कि यह मेजर दीपेंद्र सिंह सिंगर के जीवन पर बनी है जो कारगिल युद्ध में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायल होने के बाद वह कमर के नीचे पैरालाइज हो जाते हैं। डॉक्टर जवाब दे देते हैं लेकिन वह हार नहीं मानते और उनकी पत्नी उनका पूरा साथ देती है। मेजर के संघर्ष की यह कहानी आप zee5 पर देख सकते हैं।
अभय
यह बहुत ही शानदार स्टोरी है जो क्राईम थ्रिलर है। यह असल अपराधों से प्रेरित होकर बनाई गई है। इसमें एक पुलिस अधिकारी अभय प्रताप सिंह बताया गया है जो क्रिमिनल की साइकोलॉजी को समझ कर उसके खिलाफ सबूत जुटाता है।
काफिर
यह एक पाकिस्तानी महिला की कहानी है जो हालातो में फंसकर भारत में कैद हो जाती है। उसे पर आतंकवादी होने का शक किया जाता है और वह सालों तक जेल की सलाखों के पीछे जिंदगी बिताती है। जेल में उसकी बच्ची का जन्म होता है। यह कहानी आपको यह महसूस करवाएगी की इंसानियत और रिश्ते निभाने की जरूरत हमें कितनी ज्यादा है।
आईसी 814
यह कंधा अटैक पर बनी हुई कहानी है जिसमें 1999 में इंडियन एयरलाइंस की उड़ान के अपहरण के दर्दनाक कहानी बताई गई है। काठमांडू से दिल्ली जा रहे हैं विमान को कुछ हथियारबंद आतंकवादियों ने हाईजैक कर लिया था और अफगानिस्तान के कंधार में उतरने के लिए मजबूर किया था। 7 दिनों तक यात्रियों को बंधक बनाकर जेल में बंद आतंकियों की रिहाई की मांग की गई थी। यह कहानी नेटफ्लिक्स पर मौजूद है जो आपको हैरान कर देगी।
द रेलवे मैन
यह एक शानदार कहानी है जो औद्योगिक आपदाओं को दर्शाने का काम करेगी। 1984 की भोपाल गैस त्रासदी की सच्ची घटनाओं से प्रेरित यह कहानी देखने लायक है। यह उन गुमनाम रेलवे कर्मचारियों की कहानी है जो यूनियन कार्बाइड कारखाने से हुए गैस से के दौरान हजारों लोगों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल बैठे थे।
