ज्योतिष | 2 सितंबर 2025 मंगलवार का दिन ज्योतिष के हिसाब से विशेष माना जा रहा है। इस दिन प्रीति योग का निर्माण होगा और साथ ही दशमी तिथि भी रहेगी, जिससे यह कई राशियों के लिए भाग्यशाली साबित हो सकता है। खास बात यह है कि इस दिन मूल नक्षत्र का संयोग भी रहेगा। चंद्रमा धनु राशि में स्थित होंगे, जिससे कई राशियों को विशेष लाभ और सकारात्मक ऊर्जा मिलने की संभावना है। इस दिन शुभ अवसरों और आर्थिक या व्यक्तिगत मामलों में सफलता मिलने की संभावना अधिक मानी जा रही है।
2 सितंबर 2025, मंगलवार का दिन ज्योतिष के अनुसार काफी शुभ माना जा रहा है। इस दिन प्रीति योग का निर्माण हो रहा है और दशमी तिथि भी बनी हुई है, जो कई राशियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी और भाग्यशाली साबित हो सकती है।
मूल नक्षत्र
2 सितंबर 2025, मंगलवार के दिन ज्योतिष के अनुसार मूल नक्षत्र का संयोग बना है। इस दिन चंद्रमा धनु राशि में स्थित रहेगा, जिससे कई राशियों के लिए यह समय भाग्यशाली और शुभ माना जा रहा है। मूल नक्षत्र की स्थिति से विशेषकर नए कार्य, निर्णय और साहसिक कदम उठाने में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है। इस दिन प्रीति योग और दशमी तिथि का साथ भी रहेगा, जो व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों क्षेत्रों में लाभकारी साबित हो सकता है।
2 सितंबर 2025 को मूल नक्षत्र का संयोग कई राशियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी रहने वाला है। इस दिन चंद्रमा धनु राशि में रहेगा,जो विशेष रूप से , वृष, कर्क और मिथुन, मीन राशि के जातकों को इस दिन भाग्य का साथ मिलेगा और महत्वपूर्ण अवसर प्राप्त होंगे।
वृष राशि
मूल नक्षत्र का प्रभाव वृष राशि वालों के लिए इस समय काफी लाभकारी रहने वाला है। इस नक्षत्र की शुभ स्थिति से वृष राशि के जातकों को अपने करियर, व्यवसाय और वित्तीय मामलों में लाभ मिलने की संभावना बढ़ गई है। इसके साथ ही व्यक्तिगत जीवन और स्वास्थ्य के मामलों में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
कर्क राशि
ज्योतिष के अनुसार, मूल नक्षत्र का प्रभाव कर्क राशि वालों के लिए अत्यंत लाभकारी रहने वाला है। इस समय राशिफल में सकारात्मक ग्रहों की स्थिति और मूल नक्षत्र का संयोग मिलकर कर्क राशि के जातकों के जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता के नए अवसर लेकर आएंगे। नौकरी, व्यापार, शिक्षा और व्यक्तिगत संबंधों में अपेक्षित प्रगति होने की संभावना है।
मिथुन राशि
मूल नक्षत्र का प्रभाव मिथुन राशि के जातकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी रहेगा। इस नक्षत्र के संयोग से आपके जीवन में नई ऊर्जा का संचार होगा और पिछले समय से रुके हुए कार्यों में तेजी आएगी। आर्थिक मामलों में लाभ के अवसर बढ़ेंगे, करियर और व्यापार में सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
मीन राशि
मूल नक्षत्र का मीन राशि के जातकों पर विशेष प्रभाव पड़ता है। मूल नक्षत्र के चारों चरण धनु राशि में आते हैं, और इसका स्वामी ग्रह केतु है। केतु छाया ग्रह होने के कारण स्वतंत्र फल देने में सक्षम नहीं होता, बल्कि यह जिस ग्रह के साथ होता है, उसी के प्रभाव को बढ़ाता है। यदि मीन राशि में केतु और गुरु का योग बनता है, तो यह प्रभाव को और भी सशक्त बना देता है।
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. MPNews इनकी पुष्टि नहीं करता है।
