नई दिल्ली | भारत की गिनती दुनिया के सबसे खूबसूरत देश में होती है। वर्तमान में यहां 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश है। इन सभी की अपनी कोई ना कोई विशेषता है जो इन्हें दूसरी जगह से अलग बनाती हैं। यहां के हर शहर गांव की आर्थिक भौगोलिक और सामाजिक अवस्था अलग-अलग है।
इन सब के बीच क्या आप जानते हैं कि भारत का एक ऐसा शहर है जिसका नाम आप उल्टा लिखे यहां पर सीधा वह एक ही जैसा पढ़ा जाता है। आमतौर पर अगर आप किसी नाम को उल्टा पढ़ेंगे तो अलग तरीके से दिखाई देगा लेकिन यह आगे और पीछे दोनों जगह से एक ही तरह का दिखता है।
भारत में कितने शहर
सबसे पहले हम आपको बता देते हैं कि भारत में कितने शहर हैं। भारत में ताजमहल शेरों की जनसंख्या समय के साथ बदलती रहती है। साल 2011 की जनगणना में यह संख्या 7933 थी। भारत में 300 से ज्यादा शहर ऐसे हैं जहां की आबादी एक लाख से ज्यादा है।
किस शहर का नहीं बदलता नाम
चलिए अब उसे शहर के बारे में जान लेते हैं जिसका नाम नहीं बदलता है। यह शहर उड़ीसा राज्य का कटक है। इसका नाम उल्टा लिखो या फिर सीधा यह हमेशा एक जैसा ही रहता है।
कटक का इतिहास
- पुराना किला और दुर्ग: कटक को “सिल्वर सिटी” (Silver City) भी कहा जाता है। यहाँ बाराबती किला और कथा जत्रा बहुत प्रसिद्ध हैं।
- हजारों साल पुराना नगर: कटक की स्थापना 989 ईस्वी के आसपास मानी जाती है। यह ओडिशा का एक प्राचीन नगर है और लंबे समय तक राजधानी भी रहा।
- सांस्कृतिक केंद्र: यहाँ दुर्गा पूजा, काठजत्रा और बाजी उत्सव विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं।
- चांदी की फिलिग्री कला: कटक चांदी की कलाकारी के लिए पूरे भारत में जाना जाता है।
कटक में किसका शासन रहा?
- केशरी वंश (9वीं–12वीं शताब्दी) – सबसे पहले कटक को राजधानी के रूप में विकसित करने का श्रेय महाराजा मरकटकष्यप और बाद में अनंतवर्मन चोडगंग देव को दिया जाता है।
- गंग वंश (11वीं–15वीं शताब्दी) – इस समय कटक राजनीतिक और सांस्कृतिक रूप से सबसे ज़्यादा समृद्ध हुआ।
- सूरी वंश और पठान शासक (16वीं शताब्दी) – अफगान और बाद में मुगल शासन भी यहां रहा।
- मराठा शासन (1751–1803 ई.) – मराठों के समय में भी कटक का महत्व बना रहा।
- ब्रिटिश शासन (1803 के बाद) – 1803 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने कटक पर अधिकार कर लिया और इसे ब्रिटिश उड़ीसा का प्रशासनिक मुख्यालय बनाया।
