भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने रविवार को भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा और त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कोठी कंपाउंड स्थित भगवान शंकर मंदिर में दोनों नेताओं की तस्वीर रखकर सद्बुद्धि यज्ञ किया और उनकी टिप्पणी के खिलाफ सख्त संदेश दिया।
एनएसयूआई जिला अध्यक्ष पंकज उपाध्याय ने बताया कि सांसद और विधायक ने हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मंच से ‘मौलाना’ कहकर संबोधित किया। इसके अलावा, सांसद जनार्दन मिश्रा ने दिग्विजय सिंह को “हुरने” की धमकी तक दे डाली। उपाध्याय ने स्पष्ट किया कि ‘हुरना’ का मतलब किसी को पकड़कर मारपीट करना होता है, और यह भाषा न केवल असंवेदनशील है बल्कि असभ्य भी है, जिसे किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।
अपमानजनक
एनएसयूआई नेताओं ने कहा कि यह टिप्पणी केवल पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के प्रति नहीं, बल्कि उनके गुरु और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. पंडित श्रीनिवास तिवारी के प्रति भी अपमानजनक है। उनका मानना है कि ऐसे शब्दों से उनकी आत्मा को ठेस पहुंची होगी।
इस अवसर पर NSUI के युवा कार्यकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि वह नेताओं की विवादित और अपमानजनक बयानबाजी के खिलाफ लगातार आवाज उठाएंगे। पंकज उपाध्याय ने चेतावनी दी कि जब तक नेताओं की इस तरह की भाषा पर रोक नहीं लगती, तब तक विरोध केवल यज्ञ तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि सड़क और सार्वजनिक जगहों पर भी जारी रहेगा।
कार्रवाई करने को तैयार
कार्यक्रम में छात्र संगठन के कई वरिष्ठ नेता और स्थानीय कार्यकर्ता मौजूद रहे। उन्होंने जोर देकर कहा कि राजनीति में सम्मान और मर्यादा की भावना बनाए रखना आवश्यक है और किसी भी नेता को सार्वजनिक मंच से इस तरह की असंवेदनशील भाषा का प्रयोग करने की छूट नहीं दी जानी चाहिए।
NSUI का यह विरोध प्रदर्शित करता है कि छात्र संगठन पूर्व मुख्यमंत्री और उनके परिवार के प्रति सम्मान की रक्षा के लिए सख्त कदम उठा रहा है और भविष्य में भी इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ हर संभव माध्यम से कार्रवाई करने को तैयार है।
