भारत और चीन के बीच डायरेक्ट फ्लाइट्स दोबारा शुरू करने पर सहमति बन गई है। लंबे समय से दोनों देशों के बीच हवाई सफर पर रोक जैसी स्थिति बनी हुई थी, लेकिन अब यात्रियों के लिए राहत की खबर है। इस महीने के आखिर तक सीधी उड़ानों का संचालन शुरू हो सकता है। दरअसल, कोरोना महामारी के बाद भारत और चीन के बीच हवाई सेवाएं काफी प्रभावित हुई थीं। कई रूट्स बंद कर दिए गए थे, जिसकी वजह से छात्रों, कारोबारियों और आम यात्रियों को सीधी उड़ानों का इंतजार करना पड़ा। अब जब दोनों देशों के बीच सहमति बन गई है, तो माना जा रहा है कि दिल्ली, मुंबई और बैंगलुरु जैसे बड़े शहरों से चीन के प्रमुख शहरों के लिए उड़ानें शुरू की जाएंगी।
पर्यटन को बढ़ावा
विशेषज्ञों का कहना है कि सीधी उड़ानों के शुरू होने से दोनों देशों के बीच व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। अभी तक यात्रियों को चीन जाने के लिए दुबई, बैंकॉक या सिंगापुर जैसे तीसरे देश से होकर सफर करना पड़ता था। इससे समय भी ज्यादा लगता था और किराया भी बढ़ जाता था। सीधी उड़ानों के आने से यह परेशानी दूर हो जाएगी।
भारतीय छात्रों और बिजनेस कम्युनिटी ने इस फैसले का स्वागत किया है। बड़ी संख्या में भारतीय छात्र चीन के मेडिकल और अन्य कोर्सेज की पढ़ाई कर रहे हैं। इन्हें वहां जाने के लिए अब तक काफी मुश्किलें झेलनी पड़ती थीं। वहीं, कारोबारी जगत का कहना है कि अब व्यापारिक यात्राएं आसान होंगी और दोनों देशों के बीच रिश्तों को मजबूती मिलेगी।
रूट्स की संख्या
हालांकि, उड़ानों की सटीक तारीख और रूट्स की जानकारी जल्द ही एयरलाइंस कंपनियों की ओर से जारी की जाएगी। शुरुआत में कुछ चुनिंदा शहरों के बीच ही उड़ानें चलने की संभावना है, लेकिन धीरे-धीरे रूट्स की संख्या बढ़ाई जाएगी। इस कदम से जहां यात्रियों को सुविधा मिलेगी, वहीं दोनों देशों की एयरलाइंस को भी फायदा होगा। उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर के आखिर तक यात्री बिना किसी रुकावट के भारत से सीधे चीन के लिए उड़ान भर सकेंगे।