कचौरी का नाम सुनते ही मन में कुरकुरे स्वाद और मसालेदार खुशबू की याद ताज़ा हो जाती है। अगर बात हो हींग कचौरी की, तो यह सुबह के नाश्ते या शाम की चाय के साथ सबसे परफेक्ट स्नैक है। हींग का खास स्वाद और मसालेदार दाल की फिलिंग इसे और भी खास बना देती है।
उत्तर भारत के कई इलाकों में हींग कचौरी त्योहारों या खास मौकों पर ज़रूर बनाई जाती है। बाहर से खस्ता और अंदर से मुलायम, इस कचौरी की खुशबू रसोई में फैलते ही भूख अपने आप लगने लगती है। इसे आलू की सब्जी या हरी चटनी के साथ परोसा जाए तो मज़ा दोगुना हो जाता है।
सामग्री
आटा गूंथने के लिए
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मैदा – 2 कप
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नमक – 1/2 टीस्पून
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तेल – 2 टेबलस्पून (मोयन के लिए)
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पानी – जरूरत अनुसार
भरावन के लिए
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उड़द दाल – 1/2 कप (4 घंटे भिगोई हुई)
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हींग – 1/4 टीस्पून
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सौंफ – 1 टीस्पून
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धनिया दाना – 1 टीस्पून (कुचला हुआ)
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अदरक – 1 टीस्पून (कद्दूकस किया हुआ)
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हरी मिर्च – 2 (बारीक कटी हुई)
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लाल मिर्च पाउडर – 1/2 टीस्पून
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गरम मसाला – 1/4 टीस्पून
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नमक स्वादानुसार
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तेल – 1 टेबलस्पून (भरावन भूनने के लिए)
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तेल – जरूरत अनुसार
विधि
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आटा तैयार करें:
एक बर्तन में मैदा, नमक और तेल डालकर अच्छे से मिलाएं। फिर थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर सख्त आटा गूंथ लें। इसे ढककर 15-20 मिनट के लिए रख दें। -
भरावन बनाएं:
भिगोई हुई उड़द दाल को बिना पानी के मोटा पीस लें। कड़ाही में तेल गरम करें, उसमें हींग, सौंफ और धनिया दाना डालें। फिर अदरक, हरी मिर्च और दाल डालें। मसाले (लाल मिर्च, गरम मसाला, नमक) डालकर 5-7 मिनट तक भूनें। मिश्रण सूखा और दानेदार रहना चाहिए। -
कचौरी बेलें और भरें:
आटे की छोटी लोई लें, उसे थोड़ा बेलें और बीच में दाल की भरावन रखें। किनारों को बंद करें और हल्के हाथ से बेलें। -
तलने की प्रक्रिया:
कढ़ाही में तेल गरम करें। धीमी आंच पर कचौरियों को सुनहरी और करारी होने तक तलें। इन्हें पेपर टॉवल पर निकालें।
सर्विंग टिप
गरम-गरम हींग कचौरी को आलू की सब्जी, खट्टी-मीठी चटनी या दही के साथ परोसें। यह नाश्ते, यात्रा या त्योहारों के मौके पर सबका मन जीत लेती है।