90 के दशक में जब फिल्मों में बोल्डनेस नई चीज मानी जाती थी, उसी दौर में माधुरी दीक्षित का एक ऐसा गाना आया, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया। यह गाना था ‘चोली के पीछे क्या है’, जिसे सुनते ही उस वक्त लोगों में हलचल मच गई थी। फिल्म थी ‘खलनायक’ (1993) सुभाष घई की यह फिल्म 4 करोड़ रुपये के बजट में बनी थी और रिलीज़ के बाद इसने बॉक्स ऑफिस पर 21 करोड़ रुपये की कमाई कर इतिहास रच दिया। लेकिन सबसे ज़्यादा चर्चा इस फिल्म के गाने की ही हुई।
माधुरी दीक्षित पर फिल्माया गया यह गाना अपनी बोल्ड लाइनों और डांस मूव्स की वजह से विवादों में घिर गया। देशभर में कई संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई और इसे “संस्कृति पर आघात” बताया। मामला इतना बढ़ गया कि इसे दूरदर्शन और रेडियो से बैन कर दिया गया और बात कोर्ट तक जा पहुंची। विरोध के बावजूद यह गाना लोगों की ज़ुबान पर छा गया और उस दौर का सबसे लोकप्रिय गीत बन गया।
अदाओं ने जीता दिल
‘चोली के पीछे क्या है’ गाना सिर्फ विवादों के लिए ही नहीं, बल्कि माधुरी दीक्षित की शानदार अदाओं और डांस परफॉर्मेंस के लिए भी याद किया जाता है। सरोज खान की कोरियोग्राफी और सुभाष घई के निर्देशन में यह गाना सिनेमाघरों में गूंजता रहा। कई शहरों में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुए, लेकिन इसका क्रेज़ कम नहीं हुआ बल्कि और बढ़ गया।
रीमेक ने भी मचाया धमाल
इस गाने की लोकप्रियता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 2024 में करीना कपूर, तब्बू और कृति सेनन की फिल्म ‘Crew’ में इसका रीमेक बनाया गया। इस बार यह गाना बैकग्राउंड स्कोर के रूप में इस्तेमाल हुआ, लेकिन दर्शकों ने इसे खूब पसंद किया। तीन दशक बाद भी यह गाना अपनी पहचान बनाए हुए है।
‘चोली के पीछे क्या है’ भारतीय सिनेमा के इतिहास में उन चुनिंदा गानों में से एक है जिसने एक साथ विवाद और लोकप्रियता दोनों हासिल की। भले ही इसे एक समय पर बैन किया गया, लेकिन इसने यह साबित कर दिया कि अच्छा संगीत और दमदार परफॉर्मेंस वक्त की कसौटी पर हमेशा याद रखे जाते हैं। माधुरी दीक्षित का यह गाना आज भी फैंस के दिलों में ज़िंदा है।