पेरू में युवाओं का गुस्सा सड़कों पर दिख रहा है। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं और राष्ट्रपति जोस जेरी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि सरकार भ्रष्टाचार और अपराध पर लगाम लगाने में पूरी तरह से विफल रही है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे अब और नहीं सह सकते। उनकी मांग है कि राष्ट्रपति जेरी को पद छोड़ देना चाहिए। प्रदर्शनकारियों में ट्रांसपोर्ट वर्कर्स और सिविल ग्रुप्स के लोग भी शामिल हैं। ये लोग पहले भी कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन इस बार का प्रदर्शन सबसे बड़ा है।
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जबकि प्रदर्शनकारियों ने पत्थर और पटाखे फेंके। इस झड़प में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हो गए।
सरकार से तंग
राष्ट्रपति जेरी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उन पर पहले से ही एक महिला ने बलात्कार का आरोप लगाया है, जिसकी जांच चल रही है। प्रदर्शनकारियों ने उन्हें रेपिस्ट तक कह दिया। जेरी ने इन आरोपों से इनकार किया है और इस्तीफा देने से भी मना कर दिया है। पेरू के लोग सरकार से तंग आ चुके हैं। उनका कहना है कि दशकों से भ्रष्टाचार और नाकाम सरकार ने उनकी जिंदगी बर्बाद कर दी है। युवा वर्ग में नकारात्मकता बढ़ रही है और वे बदलाव की मांग कर रहे हैं।
बुलंद करेंगे आवाज
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक राष्ट्रपति जेरी इस्तीफा नहीं देते, वे सड़कों पर उतरे रहेंगे। वे अपनी आवाज बुलंद करेंगे और अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे। अब देखना यह है कि सरकार उनकी मांगों को सुनती है या नहीं।
