उज्जैन में इस बार दिवाली के मौके पर 51 गरीब परिवारों के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम संगिनी ग्रुप ने किया। ग्रुप ने इन परिवारों को पूजा के सामान, मिठाई, पटाखे, कपड़े और कुल 18 प्रकार के उपयोगी सामान भेंट किए। यह आयोजन देवास रोड स्थित सलूजा नर्सिंग होम में किया गया। संगिनी ग्रुप 2018 से लगातार गरीब और जरूरतमंद परिवारों के साथ दिवाली मनाने का काम कर रहा है। इस बार भी उन्होंने “गरीब भी दीपावली मनाए” के संकल्प के तहत यह पहल की। ग्रुप की सदस्य ममता सांगते ने बताया कि जिन परिवारों की आर्थिक स्थिति कमजोर है और जो त्योहारों की खुशियों से वंचित रह जाते हैं, उनके लिए यह कार्यक्रम बेहद जरूरी है।
शगुन की टोकरी
संगिनी ग्रुप ने प्रत्येक परिवार को एक शगुन की टोकरी भेंट की। इन टोकरी में मिठाई, नमकीन, दीपक, बाती, तेल, धानी-पतासे, अगरबत्ती, नारियल, लक्ष्मी जी की फोटो और माला, चुनरी, झाड़ू, बच्चों के लिए पटाखे और महिलाओं के लिए साड़ी जैसी कई चीज़ें शामिल थीं। ये सभी सामग्री दिवाली की परंपरा और पूजा की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर तैयार की गई थी।
डॉ. सतिंदर कौर सलूजा, संस्था अध्यक्ष, ने इस आयोजन में अहम योगदान दिया। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों को त्योहार की खुशियों से जोड़ना हमारा समाजिक दायित्व है। उन्होंने यह भी बताया कि हर साल इस तरह का कार्यक्रम आयोजन कर समाज में सहयोग और भाईचारे की भावना को बढ़ावा दिया जाता है।
खुशियां बांटना जरूरी
ममता सांगते ने कहा कि त्योहार सिर्फ रोशनी और पटाखों का नाम नहीं है, बल्कि यह खुशियाँ बाँटने का अवसर भी है। गरीब परिवारों को उपहार देकर उन्हें भी त्योहार में शामिल करना और उनका उत्साह बढ़ाना जरूरी है। यही मकसद संगिनी ग्रुप ने इस आयोजन का रखा। इस पहल से 51 परिवारों ने दिवाली का आनंद लिया और समाज में एक सकारात्मक संदेश गया कि त्योहार की खुशियाँ हर किसी तक पहुँचनी चाहिए, चाहे उसकी आर्थिक स्थिति कैसी भी हो। आयोजन में बच्चों और बुजुर्गों की खुशी देखते ही बन रही थी और शगुन की टोकरी ने त्योहार को और भी खास बना दिया।
