MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “लाड़ली बहना” योजना के नाम पर सरकार ने करोड़ों महिलाओं के साथ सीधा धोखा किया है। पटवारी ने तंज कसते हुए कहा कि जब बहनों का हक खाया जाता है, तो सरकार की तिलमिलाहट खुद बताती है कि झूठ कितना बड़ा था।
वादा था ₹3000 का
पटवारी ने याद दिलाया कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने हर लाड़ली बहन को ₹3000 प्रतिमाह देने का वादा किया था। लेकिन हुआ क्या? जून 2023 से सिर्फ ₹1000 महीने दिए गए, और जब कांग्रेस ने सवाल उठाए तो अक्टूबर से राशि बढ़ाकर ₹1250 कर दी गई। पटवारी ने कहा कि अगर भाजपा अपना वादा निभाती तो अब तक ₹1,09,620 करोड़ रुपये बहनों को दिए जाने चाहिए थे, लेकिन सरकार ने महज ₹40,000 करोड़ ही बांटे हैं। बाकी ₹69,620 करोड़ कहां गए, मुख्यमंत्री जी? ये तो बहनों की मेहनत और भरोसे का पैसा है, किसी की जागीर नहीं।
मोहन बाबू,
पहले मुद्दे पर आओ! भाजपा के चुनावी वादे के अनुसार “लाड़ली बहना” को जून 2023 से हर महीने 3000 रुपए मिलना थे!पहले हर महीने ₹1000 दिए! जब कांग्रेस का दबाव ज्यादा बढ़ गया, तो अक्टूबर 2023 से यह राशि 1250 रुपए प्रतिमाह कर दी गई!
3 हजार के हिसाब से कुल भुगतान 1 लाख 09… pic.twitter.com/6do2BPSR8p
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) October 28, 2025
होश में आइए CM जी: पटवारी
कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री पर सीधे निशाने साधते हुए कहा, “मुख्यमंत्री जी, अगर आप सच में होश में हैं, तो एक बार कागज-कलम लेकर खुद हिसाब लगा लीजिए। तब समझ आ जाएगा कि जनता से कौन झूठ बोल रहा है और कौन सत्ता के नशे में चूर है।” उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में शराब कारोबार पर भी सरकार की भूमिका संदिग्ध है। पूरा प्रदेश जानता है कि शराब के ठेके कौन ले रहा है और कौन मुनाफा कमा रहा है। अब जनता सब देख रही है। अब बहनें खुद हिसाब मांग रही हैं। पटवारी ने कहा कि भाजपा सरकार अब घबराई और बौखलाई हुई है, क्योंकि लाड़ली बहनें अब खामोश नहीं हैं। अब वे जाग चुकी हैं और भाजपा से हिसाब मांग रही हैं। इस बार जनता माफ नहीं करेगी।
विपक्ष का दावा
कांग्रेस ने इस मुद्दे को मध्य प्रदेश की राजनीति के केंद्र में ला दिया है, जबकि भाजपा की ओर से इस पर अभी कोई सीधा जवाब नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि “लाड़ली बहना योजना” आने वाले चुनाव में बड़ा चुनावी मुद्दा बनने जा रही है।
