हेरा फेरी’ के बाबूराव यानी परेश रावल (Paresh Rawal) अपनी बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग और गंभीर एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं, लेकिन हाल ही में उन्होंने खुद कबूल किया कि वह गुस्से के बहुत तेज हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वह दो बार अपना आपा खो चुके हैं एक बार उन्होंने शख्स के सिर पर पत्थर मारा और दूसरी बार दर्शकों पर हमला कर दिया था। परेश ने बताया कि जब कोई बात उन्हें चोट पहुंचाती है तो वे खुद पर काबू नहीं रख पाते।
चौंकाने वाला खुलासा
बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर परेश रावल ने अपने करियर में जितनी बार हंसाया है, उतनी ही बार गंभीर किरदारों में दर्शकों को सोचने पर भी मजबूर किया है। लेकिन उनकी असली जिंदगी भी उतनी ही दिलचस्प रही है। हाल ही में एक बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्होंने दो बार लोगों पर हमला कर दिया था। परेश ने कहा, “एक बार तो मैंने एक आदमी के सिर पर पत्थर फेंक दिया था, और एक बार तो मैं ऑडियंस पर ही अटैक कर बैठा।”
उन्होंने कहा कि ये सब तब हुआ जब उन्हें गुस्सा आया और उन्होंने खुद को कंट्रोल नहीं किया।
क्यों ट्रिगर हो जाते हैं Paresh Rawal?
परेश रावल ने कहा कि वह गुस्से के बहुत तेज हैं और जब कुछ उन्हें परेशान करता है, तो वे ट्रिगर हो जाते हैं। उन्होंने बताया, “जब कोई बात दिल को लग जाती है, तो मेरे अलग-अलग रिएक्शन होते हैं। कभी मैं शांत हो जाता हूं, कभी उदास हो जाता हूं और कभी बहुत गुस्सा करता हूं।”
उन्होंने कहा कि गुस्से के पीछे असली वजह अक्सर “दुख” होता है। परेश के अनुसार, जब कोई चीज उम्मीद के मुताबिक नहीं होती या मेहनत का फल नहीं मिलता, तो इंसान भीतर से टूट जाता है और वहीं से गुस्सा जन्म लेता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह अनिश्चितता का नतीजा होता है कि चीजें कब ठीक होंगी या खुद को कैसे साबित किया जाए।
गुस्सा और दुख: परेश रावल का नजरिया
एक्टर ने इस बातचीत में यह भी बताया कि गुस्सा और दुख आपस में गहराई से जुड़े हैं। उन्होंने कहा, “जब आपको दुख होता है, तो उसके कई रिएक्शन हो सकते हैं, कोई शांत हो जाता है, कोई रोता है और कोई गुस्से में कुछ गलत कर देता है। लेकिन असल में ये सब दुख का ही एक्सप्रेशन है।”
उन्होंने आगे कहा कि आजकल गुस्सा दिखाना भी एक तरह का “फैशन” बन गया है। कुछ लोग गुस्से को एक तरह का प्रिविलेज समझते हैं, जबकि कुछ के पास इसके पीछे वाजिब कारण भी होते हैं। परेश का मानना है कि असली ताकत तब होती है जब इंसान गुस्से को कंट्रोल में रखे, क्योंकि वही इंसान खुद पर काबू पाना जानता है।
फैंस ने कहा
परेश रावल के इस कबूलनामे के बाद सोशल मीडिया पर फैंस ने उनकी ईमानदारी की तारीफ की है। लोगों का कहना है कि परेश रावल ने बिना झिझक अपनी कमजोरियों को स्वीकार किया, जो बहुत कम कलाकार कर पाते हैं। कई यूजर्स ने लिखा कि यही वजह है कि वह पर्दे पर इतने नैचुरल लगते हैं क्योंकि वह अपने असली इमोशन्स से दूर नहीं भागते।
