रीवा के TRS महाविद्यालय में शुक्रवार को उस समय हंगामा हो गया, जब छात्राओं की स्कॉलरशिप देरी की समस्या को लेकर NSUI के छात्र नेता कॉलेज पहुंच गए। कार्यकर्ताओं ने परिसर में नारेबाजी की और प्रशासन से पूछा कि स्कॉलरशिप का पैसा समय पर न आने पर छात्राओं की मार्कशीट क्यों रोकी जा रही है। NSUI के कॉलेज अध्यक्ष ने प्राचार्य से सीधे पूछा कि आखिर किन नियमों के आधार पर छात्राओं की मार्कशीट दी नहीं जा रही है। इस पर प्राचार्य ने स्पष्ट किया कि कॉलेज में किसी भी छात्रा की मार्कशीट रोकने का न तो कोई नियम है और न ही ऐसी कोई कार्रवाई की गई है। प्राचार्य ने कहा कि “कॉलेज छात्रों को अनावश्यक परेशान नहीं करता, जो भी समस्या है, वह तकनीकी स्तर पर है।”
प्राचार्य के अनुसार स्कॉलरशिप की फाइलें तकनीकी कारणों से अटकी हुई हैं। कई बार शासन और उच्च शिक्षा विभाग को लंबित मामलों की सूची भेजी जा चुकी है। उनका कहना था कि कॉलेज स्तर पर सारी प्रक्रिया पूरी कर दी गई है और भोपाल से आने वाले जवाब का इंतजार किया जा रहा है।
बढ़ी छात्राओं की परेशानी
दिल्ली और गांवों से पढ़ने आई कई छात्राओं ने शिकायत की कि स्कॉलरशिप न मिलने से उनकी फीस अटक गई है। कुछ छात्राओं ने बताया कि वे कर्ज लेकर पढ़ाई जारी रख रही हैं और पैसे न आने से घर का आर्थिक बोझ और बढ़ गया है। छात्राओं का कहना है कि समय पर राशि मिले तो उनकी पढ़ाई बिना तनाव के पूरी हो सकेगी। कॉलेज प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि जैसे ही शासन से अनुमति मिलेगी, स्कॉलरशिप का पैसा सीधे छात्राओं के खातों में डाल दिया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान हुई बातचीत का वीडियो भी सामने आया, जिसमें प्राचार्य लंबित फाइलों को जल्द निपटाने का आश्वासन देते दिख रही हैं।
समस्या हल होने तक आंदोलन जारी
NSUI कॉलेज प्रभारी नित्कर्ष मिश्रा ने कहा कि संगठन की मांग साफ है—हर छात्रा को उसकी स्कॉलरशिप समय पर मिले। उन्होंने कहा, “हमारा आंदोलन छात्रों के हक के लिए है। जब तक व्यवस्था सुधर नहीं जाती, हम आवाज उठाते
