सर्दियों के मौसम में हरी सब्जियों का स्वाद और पोषण अपने चरम पर होते हैं। ऐसे में चने का साग और मक्के की रोटी उत्तर भारत की पारंपरिक और बेहद पौष्टिक डिश मानी जाती है। यह व्यंजन न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होता है, बल्कि शरीर को प्राकृतिक गर्माहट देने, इम्यूनिटी को मजबूत बनाने और पाचन शक्ति को बेहतर करने में भी मदद करता है। इसलिए ठंड के दिनों में यह डिश घर-घर में पसंद की जाती है और स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद मानी जाती है।
सर्दियों में पोषण और स्वाद दोनों का ख्याल रखते हुए चने का साग एक बेहतरीन विकल्प है। यह साग आयरन और फाइबर से भरपूर होता है, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है और पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। नियमित रूप से इसे खाने से विटामिन की कमी भी पूरी होती है और इम्यूनिटी मजबूत रहती है।
सर्दियों का सुपरफूड
सर्दियों में ताज़ा हरी सब्जियों का स्वाद और पोषण दोनों बढ़ जाता है, और ऐसे में चने का साग एक बेहद हेल्दी विकल्प बन जाता है। यह साग आयरन, फाइबर और अन्य जरूरी विटामिन्स से भरपूर होता है, जो शरीर की ऊर्जा बढ़ाने और विटामिन की कमी दूर करने में मदद करता है। चने का साग खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और शरीर को गर्म रखने में भी लाभ मिलता है। इसे अक्सर मक्के की रोटी के साथ परोसा जाता है, जिससे स्वाद और पौष्टिकता दोनों का संतुलन बनता है।
हेल्थ बेनेफिट्स
- चने का साग स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है।
- यह आयरन और फाइबर से भरपूर होने के कारण खून की कमी को दूर करने में मदद करता है।
- पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है।
- इसमें विटामिन A, C, कैल्शियम और अन्य मिनरल्स मौजूद हैं, जो हड्डियों को मजबूत करने और इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक हैं।
- कम कैलोरी और अधिक पोषण के कारण यह वजन कम करने वालों के लिए भी एक आदर्श विकल्प है।
साग बनाने की विधि
- सर्दियों में हरी सब्जियों का स्वाद और पोषण बढ़ाने के लिए चने का साग बनाना आसान और हेल्दी तरीका है।
- इसके लिए साग को अच्छी तरह धोकर बारीक काट लें।
- कड़ाही में सरसों का तेल गरम करके प्याज और अदरक-लहसुन का पेस्ट भूनें।
- इसके बाद टमाटर और मसाले डालकर तब तक पकाएं जब तक तेल न छोड़ दे।
- फिर साग डालकर धीमी आंच पर 10–15 मिनट पकाएं और जरूरत पड़ने पर थोड़ा पानी डालें।
- पक जाने पर इसे उतारकर परोसें।
