उज्जैन में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की शुरुआत सोमवार को धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक उमंग के बीच हुई। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सुबह दशहरा मैदान में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उद्घाटन सत्र में उन्होंने गीता के सार्वकालिक संदेशों को समाज और शासन के लिए मार्गदर्शक बताया।
महोत्सव के पहले दिन शाम को मंच पर उस समय सन्नाटा छा गया जब प्रसिद्ध अभिनेता पुनीत इस्सर और उनके पुत्र सिद्धार्थ इस्सर ने ‘जय श्रीकृष्णा गीता सार’ का नाट्य प्रस्तुत किया। पिता-पुत्र की जोड़ी ने अर्जुन कृष्ण संवाद को ऐसे सजीव किया कि पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। नाट्य में श्रीकृष्ण के जीवन के प्रमुख प्रसंगों और गीता के मूल संदेशों को गहराई से पिरोया गया था।
भावनाओं और अध्यात्म से भरी शाम
दर्शकों ने इस प्रस्तुति को सिर्फ नाटक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक अनुभव बताया। मंचन के दौरान रौशनियां, संगीत और संवाद का संयोजन ऐसा था कि गीता के उपदेश भावनात्मक रूप से सीधे दर्शकों के मन में उतरते हुए महसूस हुए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक, विद्यार्थी और श्रद्धालु उपस्थित थे, जिन्होंने इस अनूठी सांस्कृतिक शाम का पूरे मन से स्वागत किया।
LIVE: गीता जयंती के अवसर पर ‘अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव’ के अंतर्गत गोपाल मंदिर, राजवाड़ा, इंदौर में आयोजित ‘गीता भवन’ का लोकार्पण कार्यक्रम https://t.co/UUtC6hXq5R
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) December 1, 2025
महोत्सव तीन दिनों तक चलेगा और हर शाम नई प्रस्तुतियां दर्शकों को गीता के बहुआयामी संदेशों से रूबरू कराएंगी। मंगलवार 2 दिसंबर को शाम 7 बजे नई दिल्ली की कलाकार वैष्णवी शर्मा मंच पर प्रस्तुति देंगी। इसके तुरंत बाद मोहित शेवानी के निर्देशन में ‘कृष्णायन’ नाट्य का मंचन प्रस्तावित है, जो श्रीकृष्ण के जीवन और दर्शन पर आधारित है।
कलाकारी भी होगी शामिल
बुधवार 3 दिसंबर को शाम 7 बजे ‘विश्ववंदनीय’ नाट्य का मंचन किया जाएगा। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार सलाउद्दीन पाशा अपनी अत्यंत सराही गई प्रस्तुति ‘गीता ऑन व्हील्स’ का प्रदर्शन करेंगे। पाशा की यह प्रस्तुति विशेष रूप से दिव्यांग कलाकारों की भावनाओं और दृढ़ता को मंच पर लाती है, जो हर वर्ष दर्शकों की गहरी प्रशंसा पाती है।
महोत्सव के दौरान ‘माधव दर्शनम’ शीर्षक से लघु चित्र शैलियों की प्रदर्शनी भी सजी है, जिसमें गीता और श्रीकृष्ण थीम पर आधारित पारंपरिक व आधुनिक कला कृतियां प्रदर्शित की जा रही हैं। दर्शक पूरे दिन इस कला प्रदर्शनी का अवलोकन कर सकेंगे।
