भोपाल में MP कांग्रेस कार्यालय में पार्टी के बहुप्रतीक्षित पॉडकास्ट स्टूडियो का औपचारिक उद्घाटन किया गया। यह नया स्टूडियो पार्टी के डिजिटल संवाद को मजबूत बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। इसके जरिए संगठन अब सीधे जनता तक अपनी बात और नीतियों को अधिक स्पष्ट, सुव्यवस्थित और तकनीकी रूप से प्रभावी रूप में पहुंचा सकेगा।
यह पॉडकास्ट स्टूडियो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और संगठन प्रभारी डॉ. संजय कामले की पहल और मार्गदर्शन में तैयार किया गया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, डिजिटल दौर में जनता तक त्वरित और प्रामाणिक संवाद पहुंचाने की आवश्यकता को देखते हुए यह कदम लंबे समय से विचाराधीन था, जिसे अब अमलीजामा पहनाया गया है। स्टूडियो पूरी तरह से आधुनिक तकनीक से लैस है, ताकि डिजिटल कंटेंट की क्वॉलिटी पर कोई समझौता न हो।
पार्टी की नीतियां
पहली मंजिल पर बनाए गए इस स्टूडियो को ऐसे समय लॉन्च किया गया है जब राजनीतिक संदेशों का डिजिटल माध्यम पर प्रभाव पहले की तुलना में कई गुना बढ़ गया है। कांग्रेस का कहना है कि स्टूडियो के माध्यम से पार्टी की नीतियों, ग्राउंड इश्यूज़, जनहित के सवालों और संगठन के कार्यक्रमों को ज्यादा व्यवस्थित तरीके से जनता तक पहुंचाया जाएगा। साथ ही यह स्टूडियो कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण और संवाद को भी नई दिशा देगा।
उद्घाटन कार्यक्रम में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे। इनमें प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, CLP लीडर उमंग सिंघार, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रांत भूरिया, विधायक महेश परमार, सीडब्ल्यूसी सदस्य ओमकार मकरम, पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, संगठन प्रभारी डॉ. संजय कामले और सेवादल अध्यक्ष अवनीश भार्गव शामिल थे। इसके अलावा कई विभागों और प्रकोष्ठों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
नेताओं की प्रतिक्रिया
कार्यक्रम में नेताओं ने इस पहल को संगठन के लिए एक दूरगामी कदम बताते हुए कहा कि अब पार्टी अपनी बात जनता तक ज्यादा प्रभावी ढंग से पहुंचा सकेगी। जीतू पटवारी, उमंग सिंघार और मुकेश नायक सहित सीनियर नेतृत्व ने कहा कि यह स्टूडियो प्रदेश में संवाद की नई संस्कृति स्थापित करेगा और पार्टी के डिजिटल अभियान को मजबूती देगा। राजनीतिक दलों के बीच बढ़ती डिजिटल प्रतिस्पर्धा को देखते हुए कांग्रेस का यह कदम उसकी रणनीतिक तैयारी का हिस्सा माना जा रहा है। पार्टी का कहना है कि आने वाले समय में यह स्टूडियो न सिर्फ संवाद का माध्यम बनेगा बल्कि संगठन को तकनीकी दृष्टि से भी सशक्त करेगा।
