उज्जैन में रेलवे पुलिस ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है। अब स्टेशन से बाहर निकलते ही यात्रियों को ऑटो पर QR कोड दिखेंगे, जिन्हें स्कैन कर वे ऑटो और उसके चालक की पूरी जानकारी देख सकेंगे। इस व्यवस्था की शुरुआत बुधवार को रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 8 के पास जीआरपी थाना परिसर में की गई। कार्यक्रम में डीआईजी नवनीत भसीन, रेलवे डीआईजी पंकज श्रीवास्तव और एसपी पद्म विलोचन शुक्ल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे भी इस मौके पर पहुंचे। विश्व दिव्यांग दिवस होने के कारण दिव्यांग बच्चों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था, जिससे कार्यक्रम को सामाजिक संवेदना का भी आयाम मिला।
ऑटो चालकों का सत्यापन
रेलवे एसपी पद्म विलोचन शुक्ल ने बताया कि शहर में 350 से अधिक ऑटो चालकों का सत्यापन किया गया है। इन सभी ऑटो पर एक विशेष QR कोड चस्पा किया जा रहा है। इस कोड को स्कैन करते ही यात्री ऑटो चालक का नाम, पता, मोबाइल नंबर, वाहन का रजिस्ट्रेशन और उस पर कोई आपराधिक केस लंबित है या नहीं यह सब जान सकेंगे।
QR कोड व्यवस्था
शुक्ल के मुताबिक, “महाकाल मंदिर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुरक्षित यात्रा उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है। यह पहल उसी दिशा में उठाया गया कदम है। उज्जैन में रोजाना लगभग एक लाख श्रद्धालु महाकाल मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचते हैं, जिनमें से करीब 30 प्रतिशत लोग रेलवे और बस स्टेशन से ही ऑटो लेते हैं। पुलिस के अनुसार, QR कोड व्यवस्था से न केवल यात्रियों का भरोसा बढ़ेगा, बल्कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई भी की जा सकेगी। इस अभियान को “हमारी सवारी भरोसे वाली” नाम दिया गया है, जिससे यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का संदेश दिया जा रहा है।
