चेहरा सुंदर और निखरा दिखाने के लिए लोग अक्सर घरेलू उपाय अपनाते हैं, जिनमें बेसन (Gram Flour) का इस्तेमाल बहुत लोकप्रिय है। बेसन चेहरे की डेड स्किन हटाने, ब्राइटनेस बढ़ाने और तेलियापन कम करने में मदद करता है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसे हफ्ते में 2-3 बार रगड़ना त्वचा के लिए नुकसानदेह हो सकता है, इसलिए इसका इस्तेमाल संतुलित तरीके से करना जरूरी है।
कई लोग अपने चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने के लिए घरेलू नुस्खों का सहारा लेते हैं, लेकिन कुछ देसी नुस्खे आपकी त्वचा के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, बेसन, हल्दी और नींबू जैसे सामान्य सामग्री यदि गलत मात्रा में या ज्यादा बार इस्तेमाल किए जाएँ, तो यह त्वचा को एलर्जी और डार्क स्पॉट जैसी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
अधिक उपयोग बना खतरा
बेसन का अत्यधिक उपयोग त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है। इसमें हल्की एग्ज़फ़ोलिएटिंग क्षमता होने के कारण यह मृत त्वचा को हटाने में मदद करता है, लेकिन यदि इसे हफ्ते में 2-3 बार लगातार इस्तेमाल किया जाए तो त्वचा की प्राकृतिक तेल परत खत्म हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप त्वचा सूखी, रूखी और संवेदनशील हो सकती है, साथ ही स्किन पर छोटे लाल धब्बे या जलन भी नजर आ सकती है।
बेसन लगाने का सही तरीका
- चेहरे की स्किन को निखारने के लिए बेसन का इस्तेमाल करते समय रगड़ने की सही तकनीक का विशेष महत्व है।
- विशेषज्ञों का कहना है कि चेहरे पर बेसन को कड़ी रगड़ने से त्वचा की ऊपरी परत को नुकसान पहुंच सकता है।
- जिससे स्किन ड्राय, रूखी और जलन वाली हो सकती है।
- इसलिए बेसन को हल्के हाथों से गोलाई में 2 से 3 मिनट तक ही मसाज करना चाहिए।
- इस तरीके से त्वचा न सिर्फ साफ रहती है बल्कि उसका नेचुरल ग्लो भी बना रहता है।
होने वाले नुकसान
- चेहरे की खूबसूरती के लिए बेसन का इस्तेमाल लोकप्रिय है।
- लेकिन बार-बार इसे लगाना स्किन के लिए हानिकारक हो सकता है।
- लगातार बेसन लगाने से त्वचा का pH बैलेंस बिगड़ सकता है।
- जिससे स्किन ड्राय और इरिटेटेड हो सकती है।
- अधिक स्क्रब करने से फाइन लाइन्स और झुर्रियां समय से पहले दिखाई देने लगती हैं।
- बेसन लगाने के बाद धूप में निकलने से सनबर्न या टैनिंग का खतरा बढ़ जाता है।
- इसलिए बेसन लगाने के बाद सनस्क्रीन का उपयोग करना बेहद जरूरी है।
