गणेश उत्सव में अली गोनी का बर्ताव देख सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस, किसी ने किया सपोर्ट तो किसी ने सुनाई खरीखोटी

Author Picture
Published On: 4 September 2025

मुंबई में इन दिनों गणेश उत्सव की धूम देखने को मिल रही है। पंडाल के अलावा सितारों ने भी अपने-अपने घरों पर गणपति बप्पा की स्थापना की है। यह ऐसा मौका होता है जब इंडस्ट्री के तमाम सितारे एक दूसरे के घर पर बप्पा की पूजा आराधना करने के लिए पहुंचते हैं। हाल ही में टेलीविजन की मशहूर एक्ट्रेस जैस्मिन भसीन को अपने दोस्तों के साथ गणेश उत्सव में शामिल होते हुए देखा गया। यहां उनके साथ अली गोनी भी मौजूद थे।

जैस्मिन और अली के बीच जो बॉन्डिंग है उसके बारे में सभी लोग जानते हैं। अक्सर इन दोनों को एक साथ देखा जाता है गणपति उत्सव में भी अली जैस्मिन के साथ पहुंचे। वैसे तो यह जोड़ी हमेशा लोगों का दिल जीत लेती है लेकिन इस बार कुछ ऐसा हुआ कि लोगों ने सवाल खड़े कर दिए। दरअसल गणपति बप्पा मोरया के जयकारों के बीच जब अली ने कोई रिस्पांस नहीं दिया तो लोगों ने सवाल पूछना शुरू कर दिए।

अली ने नहीं बोला गणपति बप्पा मोरिया

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो की वजह से एक्टर की काफी आलोचना हो रही है। जो वीडियो सामने आया है उसमें जैस्मिन और उनके दोस्त निया शर्मा गणपति बप्पा मोरया चिल्लाती हुई दिखाई दे रही हैं। यहां अली ने एक बार भी गणपति बप्पा मोरिया नहीं कहा। इसका लोगों ने यह सवाल उठा दिए कि मुस्लिम होने की वजह से वह नाम नहीं ले रहे हैं।

यूजर्स के बीच छिड़ी बहस

अली का यह बिहेवियर देखने के बाद सोशल मीडिया दो हिस्सों में बैठ गया है। एक हिस्सा ऐसा है जो एक्टर के कार्यक्रम में शामिल होने और बप्पा का नाम न लेने की आलोचना कर रहा है। वहीं कुछ फैंस ऐसे हैं जो इस बात को व्यक्तिगत आस्था का मामला बता रहे हैं। एक यूजर का कहना था कि अगर इतना ही और सहज महसूस हो रहा है तो जैस्मिन के साथ क्यों आया। एक ने तो यह तक कह दिया कि इससे अच्छा तो सोनाक्षी का पति है। तीसरी यूज़र ने कहा कि वह मुंह बना रहा है इतना कम से कम उसे शालीनता से मुस्कुराना चाहिए।

फैंस ने किया सपोर्ट

इन तमाम आलोचना के बीच कुछ लोग ऐसे हैं जो अली का साथ देते हुए दिखाई दिए। एक यूजर ने कहा क्या उसने उसे नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया दूसरों की आस्था का सम्मान करें। एक का कहना था क्या अली ने जैस्मिन को बोला है रमजान के रोजे रखे या फिर नमाज पढ़े? अगर नहीं तो अली पर सवाल क्यों उठ रहे हैं। एक का कहना था कि जैस्मिन को उसे जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए।

Related News
Home
Web Stories
Instagram
WhatsApp