इंदौर | मध्य प्रदेश की धरती से ऐसे कई लोग निकले हैं, जो आज बॉलीवुड के सितारों के रूप में मशहूर है। अभिनेता जॉनी वॉकर भी इन्हीं में से एक है जनता मध्य प्रदेश से गहरा कनेक्शन है। एमपी की आर्थिक राजधानी इंदौर से ताल्लुक रखते हैं।
जॉनी वॉकर फिल्मी दुनिया में आने से पहले बदरुद्दीन काजी के रूप में प्रसिद्ध थे। उन्होंने इंदौर के छावनी और बड़वाली चौकी में मौजूद स्कूल में पढ़ाई की। अभी स्कूल संयोगितागंज हायर सेकेंडरी के नाम से पहचाना जाता है।
इंदौर के हैं जॉनी वॉकर
जॉनी वॉकर 1926 में इंदौर में जन्मे थे। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा। एक्टर के पिता मिल में काम किया करते थे। अपने बदहाली के दिनों में उन्होंने एंड और मूंगफली बेचकर काम चलाया। इसके बाद और पिता के साथ मुंबई चले गए जहां बस कंडक्टर की नौकरी करने के साथ में मिमिक्री किया करते थे। यहीं से उन्हें फिल्मी दुनिया में जाने का मौका मिला।
फिल्मों में निभाए शराबी के किरदार
बदरुद्दीन को एक फिल्म में भीड़ में खड़े होने का काम मिला। इसके बाद गुरु दत्त ने उन्हें फिल्म बाजी में काम करने का मौका दिया और उनका नाम जॉनी वॉकर रख दिया। उन्होंने कई फिल्मों में शराबी का भी नहीं निभाया लेकिन असल जिंदगी में वह इससे बिल्कुल दूर रहे।
इंदौर से हमेशा रहा प्रेम
मुंबई जाने के बाद भी जॉनी वॉकर का इंदौर से कभी भी प्रेम कम नहीं हुआ। वो छावनी और बड़वाली चौकी में 20 साल गुजारे। फिल्मी दुनिया में नाम कमाने के बाद भी वह अक्सर इंदौर आते थे। वह अपने साथ यहां पर कई फिल्मी हस्तियों को लेकर आए। उन्होंने अपनी बेटी की शादी भी इंदौर के ही परिवार में की थी।
