मनोरंजन | बॉलीवुड के फिल्म मेकर और प्रोड्यूसर जब फिल्मों का निर्माण करते हैं। तब वह ऐसी लोकेशन के तलाश करते हैं। जहां फिल्माए गए दृश्य दर्शकों को बिल्कुल असली फीलिंग दे सके। मध्य प्रदेश एक ऐसा शहर है जहां पर दो-चार नहीं, बल्कि अनगिनत फिल्मों की शूटिंग की गई है।
बॉलीवुड की चर्चित फिल्म स्त्री 2 हो या फिर लापता लेडिज इन सब की शूटिंग मध्य प्रदेश में ही की गई है। इन फिल्मों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा मिली। इसके अलावा अनगिनत फिल्में हैं जिनमें मध्य प्रदेश का दीदार लोगों को करने को मिला। फिल्मों की शूटिंग के बारे में तो अपने अक्सर सुना होगा लेकिन क्या कभी सोचा है की पहली बार एमपी में शूटिंग कब हुई होगी। चलिए आपको बता देते हैं।
1952 से हुई शूटिंग
आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन मध्य प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग 1952 से चल रही है। भारत की पहली टेक्निकलर फिल्म मध्य प्रदेश के राजगढ़ में शूट की गई थी। फिल्म बनने के बाद इसे 28 देशों में रिलीज किया गया था। उसके बाद 1955 में आई श्री 420 की शूटिंग शाजापुर में हुई। 1957 में रानी रूपमती और उसके बाद नया दौर की शूटिंग बुधनी में की गई जो सीहोर जिले में आता है।
ये फिल्में हैं शामिल
किनारा बैंडिट क्वीन, प्यार किया तो डरना क्या, भोपाल एक्सप्रेस, अशोका, मकबल, जब वी मेट, पीपली लाइव, पान सिंह तोमर को भी मध्य प्रदेश में शूट किया गया। इतना ही नहीं, 2017 में आई टॉयलेट एक प्रेम कथा, 2015 में आई बाजीराव मस्तानी, राजनीति, मोहनजोदड़ो, पंगा, स्त्री जैसी फिल्मों को भी यही शूट किया गया। पंचायत वेब सीरीज को भी मध्य प्रदेश में ही शूट किया गया है।