फिल्म निर्माता और अभिनेत्री पूजा भट्ट अपनी बेबाक राय और निजी जिंदगी के अनछुए पहलुओं को खुलकर साझा करने के लिए जानी जाती हैं। हाल ही में अपने पॉडकास्ट ‘द पूजा भट्ट शो’ में उन्होंने अपने पिता महेश भट्ट का एक ऐसा किस्सा साझा किया, जो उनके परिवार की जटिलताओं और भावनाओं को दर्शाता है। यह किस्सा महेश भट्ट की शराब की लत और उनकी मां किरण भट्ट के कड़े फैसलों से जुड़ा है।
बालकनी में हुए लॉक
पूजा भट्ट ने इंटरव्यू के दौरान उस रात को याद किया जब महेश भट्ट शराब के नशे में धुत होकर घर लौटे थे। पूजा बताती हैं, “जब हम सिल्वरसैंड्स में थे, एक रात आप (महेश भट्ट) नशे में धुत होकर घर लौटे और बालकनी में चले गए।” यह पल उनकी मां किरण भट्ट के लिए एक बुरे सपने जैसा रहा होगा। पूजा आगे बताती हैं कि उनकी मां ने उठकर महेश भट्ट को बालकनी में ही बंद कर दिया था। बाहर समुद्र की लहरों की आवाजें गूंज रही थीं और महेश भट्ट अंदर आने के लिए आवाजें लगा रहे थे, “किरण, पूजा, मुझे अंदर आने दो।” पूजा के ज़ेहन में आज भी वह आवाजें ताजा हैं जो समुद्र की गर्जना के साथ मिल रही थीं।
मां का कड़ा फैसला
पूजा ने बताया कि उस वक्त वह उठकर दरवाजा खोलना चाहती थीं, लेकिन उनकी मां ने उन्हें रोक दिया। मां का मानना था कि महेश भट्ट का हर रोज शराब पीकर आना उनके स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं था और उन्हें सबक सिखाना जरूरी था। इस पर पूजा ने अपनी मां से पूछा, “अगर वो गिर पड़े तो क्या होगा?” मां ने जवाब दिया, “तुम हमेशा अपने पिता के पक्ष में रहती हो।”
पिता के प्रति पूजा
पूजा स्वीकार करती हैं कि वह हमेशा अपने पिता के पक्ष में रहीं और उन्होंने कभी उनका साथ नहीं छोड़ा। हालांकि, एक बार जब उनका अपने पिता से झगड़ा हुआ और वह घर छोड़कर चली गईं, तो वह बहुत सदमे में थीं। उस समय महेश भट्ट ने उन्हें फोन किया और चिल्लाते हुए कहा कि वह (पूजा) हमेशा उनकी पहली पसंद रहेगी। इस घटना ने पूजा का दिल तोड़ दिया था। वह अपने छह प्लास्टिक बैग और सारे कपड़े लेकर घर वापस आ गईं। पूजा कहती हैं कि उस समय उन्होंने पहली बार अपने पिता को एक इंसान के रूप में देखा था, जिसमें कमियां भी थीं।