मशहूर एक्टर सतीश शाह (सचिन पिलगांवकर) ने शुक्रवार दोपहर 74 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि घर पर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद परिवार ने उन्हें मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया, जहां किडनी से जुड़ी जटिलताओं के कारण उनका निधन हो गया। सतीश लंबे समय से किडनी से संबंधित बीमारी से जूझ रहे थे और कुछ महीनों पहले ही उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था।
डॉक्टरों के मुताबिक, ट्रांसप्लांट के बाद उनकी सेहत में सुधार हो रहा था, लेकिन हाल के दिनों में उनकी तबीयत फिर गिरने लगी। उनकी पत्नी मधु शाह इस समय अल्जाइमर की बीमारी से पीड़ित हैं, और सतीश हमेशा कहा करते थे कि वे खुद को सिर्फ मधु की देखभाल के लिए ज़िंदा रखना चाहते हैं। यही वजह थी कि उन्होंने कठिन सर्जरी का भी सामना किया।
दोस्ती का किस्सा
सतीश शाह के बेहद करीबी दोस्त सचिन पिलगांवकर ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया। उन्होंने बताया कि दोनों की दोस्ती 1987 में बनी थी, जब सतीश ने अपनी पहली मराठी फिल्म गम्मत जमात में काम किया था। इस फिल्म का निर्देशन सचिन ने किया था। सचिन ने कहा, “हम दोनों की जोड़ी वहीं से बनी थी। उसके बाद हमने कभी साथ काम नहीं किया, लेकिन हमारी दोस्ती और गहरी होती चली गई।”
सचिन ने आगे बताया कि उनका और सतीश का परिवार बेहद करीब था। “हम, सतीश-मधु, अशोक सराफ और लक्ष्मीकांत बेर्डे ये 4 जोड़े हर महीने मिलते थे। किसी फिल्म की पार्टी हो या प्रीमियर, सतीश हमेशा हमारे साथ होते थे। उनके बिना कोई भी जश्न अधूरा लगता था।”
उन्होंने बताया कि हाल ही में उनकी पत्नी सुप्रिया तीन दिन पहले ही सतीश और मधु से मिलने गई थीं, जबकि वह शूटिंग में व्यस्त थे। “सतीश हमेशा खुश रहते थे, मज़ाक करते थे, लेकिन अंदर ही अंदर वो मधु के लिए परेशान रहते थे। वो अपनी पत्नी को अकेला छोड़कर जाना नहीं चाहते थे।”
अचानक मौत से सदमा
सचिन ने एक दिल छू लेने वाला खुलासा भी किया। उन्होंने बताया कि सतीश शाह का आखिरी मैसेज उन्हें शुक्रवार दोपहर करीब 12:56 बजे मिला था। यानी निधन से कुछ देर पहले तक वे बिलकुल सामान्य लग रहे थे। सचिन बोले, “मैंने उनसे मैसेज पर बात की थी। कभी नहीं लगा कि वो इतनी जल्दी हमें छोड़ देंगे। मैं अब भी विश्वास नहीं कर पा रहा हूं कि वो नहीं रहे। यह सिर्फ इंडस्ट्री का नुकसान नहीं, मेरे लिए एक बड़ी व्यक्तिगत क्षति है।”
सतीश शाह ने अपने चार दशकों के करियर में जाने भी दो यारो, कभी हां कभी ना, मैं हूं ना, कल हो ना हो और ओम शांति ओम जैसी यादगार फिल्मों में काम किया। टीवी पर देख भाई देख और साराभाई वर्सेस साराभाई जैसे शोज़ से उन्होंने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई।
