विश्व | एयर कनाडा के 10,000 से ज्यादा फ्लाइट अटेंडेंट हड़ताल पर चले गए है, जिसके चलते कंपनी ने अपनी सभी उड़ानें निलंबित कर दीं है। इस कदम से दुनियाभर में एक लाख से अधिक यात्रियों की यात्रा प्रभावित होने का अनुमान है लगाया जा रहा है। हालात को देखते हुए कनाडा सरकार ने कंपनी और फ्लाइट अटेंडेंट यूनियन पर जल्द समझौता करने का दबाव बनाया है। संघीय रोजगार मंत्री पैटी हज्दू ने हस्तक्षेप की घोषणा करते हुए कहा कि मौजूदा समय में अर्थव्यवस्था को जोखिम में डालना ठीक नहीं होगा।
एयर कनाडा के 10,000 से अधिक फ्लाइट अटेंडेंट हड़ताल पर चले गए। इसके चलते कंपनी ने अपनी सभी उड़ानें निलंबित कर दी हैं। इस अचानक हुए कदम से दुनियाभर में एक लाख से अधिक यात्रियों के प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।
हड़ताल पर फ्लाइट अटेंडेंट्स
एयर कनाडा और उसके फ्लाइट अटेंडेंट्स के बीच अनुबंध को लेकर विवाद गहरा हो गया है। अनुबंध की शर्तों पर सहमति न बनने के बाद कैनेडियन यूनियन ऑफ पब्लिक एम्प्लॉइज से जुड़े 10,000 से अधिक फ्लाइट अटेंडेंट ड़ताल पर चले गए, जिसके चलते एयर कनाडा ने अपनी सभी उड़ान सेवाएं निलंबित करने की घोषणा कर दी। कनाडा की श्रम मंत्री हज्दू ने कर्मचारियों से जल्द काम पर लौटने की अपील की और कहा कि बातचीत बेनतीजा रही है तथा प्रमुख मुद्दों पर समझौता करने के लिए अब मध्यस्थ की जरूरत होगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सेवाएं पूरी तरह बहाल होने में कई दिन लग सकते हैं और इसका निर्णय कनाडा औद्योगिक संबंध बोर्ड करेगा।
यात्रियों की बढ़ीं मुश्किलें
एयर कनाडा और उसके फ्लाइट अटेंडेंट्स के बीच जारी श्रमिक विवाद और गहराता जा रहा है। दरअसल, कर्मचारी संघ ने सरकार द्वारा सुझाए गए उस समझौते को मानने से इनकार कर दिया है, जिसमें हड़ताल के अधिकार को समाप्त कर तीसरे पक्ष के मध्यस्थ को नए अनुबंध की शर्तें तय करने की अनुमति देने की बात थी। इस गतिरोध का असर यात्रियों पर गंभीर रूप से पड़ रहा है, क्योंकि एयर कनाडा रोजाना औसतन 700 उड़ानें संचालित करती है। परिचालन ठप होने से हर दिन करीब 1.30 लाख यात्रियों पर असर पड़ रहा है और लगभग 25,000 कनाडाई विभिन्न देशों में फंसे हुए हैं।