विश्व | मलेशिया की वायुसेना को एक बड़ा झटका लगा, जब उनका F/A-18D हॉर्नेट लड़ाकू विमान टेक-ऑफ के दौरान कुआंटन के सुल्तान हाजी अहमद शाह एयरपोर्ट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के समय विमान रनवे पर था। विमान में सवार पायलटों ने तुरंत आपात निष्कासन किया और सुरक्षित रूप से बाहर निकल आए, जबकि विमान रनवे पर नष्ट हो गया। इस दुर्घटना से वायुसेना को तकनीकी और ऑपरेशनल स्तर पर नुकसान हुआ है, और इसकी जांच शुरू कर दी गई है।
मलेशिया की वायुसेना का F/A-18D हॉर्नेट लड़ाकू विमान टेक-ऑफ के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा रात 9:05 बजे कुआंटन के सुल्तान हाजी अहमद शाह एयरपोर्ट पर हुआ।
एक और ‘मेड इन अमेरिका’ जेट हादसे का शिकार। मलेशियाई वायुसेना का ये F-18 विमान रनवे पर ही आग के गोले में बदलता नज़र आ रहा है!
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) August 22, 2025
टेक-ऑफ के दौरान हुआ हादसा
मलेशियन एयर फोर्स (RMAF) ने बताया कि एक F/A-18D लड़ाकू विमान टेक-ऑफ की तैयारी के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वायरल वीडियो में देखा गया कि विमान तेज गति से रनवे पर दौड़ते समय, अचानक इंजन में आग लग गई। गंभीर स्थिति को देखते हुए दोनों पायलटों ने तुरंत इजेक्शन सिस्टम का इस्तेमाल कर सुरक्षित रूप से विमान से बाहर निकल गए। हादसे के तुरंत बाद बचाव दल मौके पर पहुंचा और दोनों पायलटों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल उनकी स्थिति के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी अस्पताल में मौजूद हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
अमेरिकी तकनीक से लैस
मलेशिया की वायुसेना के पास F/A-18D हॉर्नेट नामक दो-सीटर मल्टीरोल विमान है, जिसे अमेरिका ने बनाया है। मलेशिया ने 1997 से 1999 के बीच ऐसे 8 विमान अमेरिका से खरीदे थे। ये विमान दिन और रात, हर मौसम में मिशन अंजाम देने में सक्षम हैं और देश की हवाई सुरक्षा में अहम भूमिका निभाते हैं। F/A-18D हॉर्नेट अधिकतम मैक 1.8 यानी 1,900 किमी/घंटा की रफ्तार से उड़ सकता है और 50,000 फीट की ऊंचाई तक जा सकता है।
पायलट सुरक्षित
मलेशिया की वायुसेना ने F/A-18D लड़ाकू विमान हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में तकनीकी खराबी की संभावना जताई जा रही है, लेकिन सटीक कारण विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा। वायुसेना ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी अपुष्ट जानकारी को सोशल मीडिया पर साझा न करें।