विश्व | अमेरिका में एक बार फिर स्कूल और चर्च हिंसा का शिकार बने हैं। मिनियापोलिस के एक स्कूल में हुई भीषण गोलीबारी ने पूरे इलाके को दहला दिया। इस घटना में दो मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 17 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। गोलीबारी करने वाले हमलावर ने घटना के बाद खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस हृदयविदारक हादसे ने एक बार फिर अमेरिका में बढ़ती बंदूक संस्कृति और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अमेरिका में आज मिनियापोलिस के एक स्कूल में हुई भीषण गोलीबारी ने सभी को दहला दिया। इस घटना में दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि 17 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
दो बच्चों की मौत
अमेरिका के मिनियापोलिस में एनानुंसिएशन चर्च और उससे जुड़े ग्रामर स्कूल में दर्दनाक गोलीबारी की घटना हुई। पुलिस के मुताबिक, 20 वर्षीय युवक ने चर्च की खिड़कियों के बाहर से राइफल से फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान प्रार्थना सभा में बैठे बच्चों पर सीधा निशाना साधा गया, जिसमें 8 और 10 साल के दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। हमलावर के पास राइफल, शॉटगन और पिस्तौल थी और हमले के बाद उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस घटना में 14 बच्चों समेत कुल 17 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 7 की हालत गंभीर है।
राष्ट्रपति ने जताया दुख
अमेरिका में हुई इस दर्दनाक गोलीबारी पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित कई नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट कर कहा कि व्हाइट हाउस हालात पर नजर बनाए हुए है और सभी को मिलकर पीड़ितों के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। मिनियापोलिस के मेयर जैकब फ्रे ने कहा कि बच्चों को स्कूल में सुरक्षित महसूस होना चाहिए, न कि हिंसा के डर में जीना पड़े। वहीं, मिनेसोटा के गवर्नर टिम वाल्ज ने इसे भयावह हिंसा बताते हुए पीड़ितों के लिए संवेदनाएं जताईं।
इस बीच एफबीआई डायरेक्टर काश पटेल ने भी एक्स पर पोस्ट कर बताया कि एफबीआई की टीमें मौके पर मौजूद हैं। इस घटना ने अमेरिका में गन कल्चर और स्कूल सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है।