पिछले कुछ दिनों से अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए थे। दोनों ओर से लगातार गोलाबारी और हमलों की खबरें आ रही थीं। लेकिन अब इन झड़पों के बीच एक राहत भरी ख़बर सामने आई है दोनों देशों ने युद्धविराम (Ceasefire) पर सहमति बना ली है। यह समझौता कतर की राजधानी दोहा में हुई बैठक में हुआ, जहां अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रक्षा मंत्री आमने-सामने बैठे। इस बातचीत की मध्यस्थता कतर और तुर्किये ने की। घंटों चली चर्चा के बाद आखिरकार दोनों देशों ने तय किया कि अब गोलीबारी बंद होगी और सीमाओं पर शांति बहाल करने के लिए एक स्थायी तंत्र (mechanism) बनाया जाएगा।
कतर सरकार ने बयान जारी करते हुए कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान ने न सिर्फ युद्धविराम पर सहमति जताई है, बल्कि आने वाले दिनों में शांति बनाए रखने के लिए आगे की बैठकों पर भी हामी भरी है। कतर ने दोनों देशों से अपील की है कि वे संयम बरतें और हिंसा को दोबारा जन्म न लेने दें।
दरअसल, हाल ही में दोनों देशों के बीच 48 घंटे का अस्थायी सीजफायर हुआ था, लेकिन वह टिक नहीं पाया। दोनों तरफ से फिर गोलियां चलीं और हालात बिगड़ गए। इसी दौरान पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में हवाई हमला किया था। इस हमले में तीन स्थानीय क्रिकेटरों समेत आठ से दस लोगों की मौत हो गई। पाकिस्तान ने अपने हमले का बचाव करते हुए कहा कि यह खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षाबल के ठिकाने पर हुए आत्मघाती हमले का जवाब था और उसमें केवल आतंकियों को निशाना बनाया गया था। मगर अफगान अधिकारियों ने दावा किया कि इन हमलों में महिलाएं, बच्चे और आम नागरिक मारे गए।
इस घटना के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने नाराज़गी जताते हुए पाकिस्तान में होने वाली एक सीरीज़ से बहिष्कार का ऐलान कर दिया। उधर, कतर और सऊदी अरब जैसे देश लगातार अपील कर रहे हैं कि दोनों पड़ोसी देश संयम दिखाएं, क्योंकि इस तरह की हिंसा से पूरा क्षेत्र अस्थिर हो सकता है। माना जा रहा है कि अगर यह युद्धविराम टिक गया, तो यह दक्षिण एशिया में शांति की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा।
