शनिवार रात रूस ने यूक्रेन के पावर ग्रिड और ऊर्जा सुविधाओं पर हमला किया। एक दिन पहले ही रूस ने यूक्रेन की प्राकृतिक गैस सुविधाओं को निशाना बनाया था। अधिकारियों के अनुसार, यह हमला मास्को के आक्रमण के बाद से सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है।
क्षेत्रीय ऑपरेटर चेर्निहिवोब्लेनेर्गो ने बताया कि हमले के कारण रूसी सीमा के पास उत्तरी शहर चेर्निहिव के ऊर्जा संयंत्र क्षतिग्रस्त हो गए। इससे लगभग 50,000 घरों में बिजली आपूर्ति बंद हो गई। शहर के सैन्य प्रशासन प्रमुख दिमित्रो ब्रायजिन्स्की ने कहा कि कई जगह आग भी लगी, लेकिन नुकसान का पूरा विवरण अभी सामने नहीं आया।
ड्रोन और मिसाइलों की बारिश
यूक्रेनी वायु सेना के अनुसार, रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन पर 381 ड्रोन और 35 मिसाइलें दागीं। इसका मकसद सर्दियों से पहले यूक्रेनी पावर ग्रिड को कमजोर करना और लंबे संघर्ष में जनता का मनोबल गिराना था।
यूक्रेनी ऊर्जा कंपनी नाफ्टोगाज़ के सीईओ सेरही कोरेत्स्की ने कहा कि इन हमलों का कोई सैन्य उद्देश्य नहीं था। वहीं, यूक्रेनी प्रधानमंत्री यूलिया स्विरीडेंको ने मास्को पर “नागरिकों को आतंकित करने” का आरोप लगाया। रूस का कहना है कि हमला कीव में युद्ध प्रयासों को सपोर्ट करने वाली सुविधाओं पर केंद्रित था।
शनिवार रात की स्थिति
यूक्रेनी सेना ने बताया कि शनिवार रात तक रूसी सेना ने 109 ड्रोन और 3 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इनमें से 73 ड्रोन या तो मार गिराए गए या रास्ता भटक गए, जबकि बाकी ने लक्ष्य पर हमला किया।
हमले के बाद बिजली और गैस आपूर्ति में गंभीर बाधा आई। अधिकारियों ने प्रभावित इलाकों में इमरजेंसी सेवाओं को सतर्क किया और बिजली बहाली के काम शुरू कर दिए। नागरिकों को सुरक्षित रहने और सरकारी निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।