जापान की पूर्व आर्थिक सुरक्षा मंत्री साने ताकाइची को शनिवार को सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) का नेता चुना गया है। इस चुनाव के बाद उनका जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है। जापान में बढ़ती कीमतों और महंगाई को लेकर जनता में नाराजगी है। ऐसे में एलडीपी ने जनता का विश्वास जीतने के लिए ताकाइची को नेता बनाने का फैसला किया। वर्तमान नेता शिगेरु इशिबा के स्थान पर नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए संसद में 15 अक्टूबर को मतदान होने की संभावना है।
मिले 185 वोट
पार्टी के नेतृत्व के लिए कुल पांच उम्मीदवार मैदान में थे। पहले दौर में किसी को बहुमत नहीं मिला। दूसरे दौर के मतदान में साने ताकाइची को 185 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी कोइजुमी को 156 वोट मिले। इसके साथ ही ताकाइची ने पार्टी नेतृत्व जीत लिया।
कौन हैं साने ताकाइची?
64 वर्षीय साने ताकाइची, ब्रिटिश प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर की प्रशंसक मानी जाती हैं। वह जापान की मुख्य रूप से पुरुष प्रधान पार्टी की पहली महिला अध्यक्ष हैं। ताकाइची ने राजनीति में लंबे समय तक अपना दबदबा बनाए रखा है। उनकी राजनीतिक यात्रा 1993 में शुरू हुई, जब उन्हें अपने गृहनगर नारा से पहली बार संसद के लिए चुना गया। इसके बाद उन्होंने पार्टी और सरकारी दोनों ही स्तरों पर कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। उन्होंने आर्थिक सुरक्षा, आंतरिक मामलों और लैंगिक समानता मंत्री के रूप में सेवाएं दी हैं।
राजनीति में अनुभव
ताकाइची का राजनीतिक अनुभव और नेतृत्व क्षमता उन्हें पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के लिए योग्य बनाती है। उन्हें उम्मीद है कि उनकी अध्यक्षता में एलडीपी जनता का भरोसा जीतकर अगले आम चुनाव में मजबूत प्रदर्शन करेगी। साने ताकाइची की अध्यक्षता के साथ, अब उनका नाम जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में इतिहास में दर्ज होगा। उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद जापान की राजनीति में महिलाओं की भूमिका और अधिक मजबूत होगी।