अमेरिका में COVID-19 के नए वेरिएंट स्ट्रेटस (Stratus) ने तेजी से फैलने की चेतावनी दी है। यह वेरिएंट दो सब-वेरिएंट्स LF.7 और LP.8.1.2 के मिलन से बना है। जब कोई व्यक्ति एक साथ दो अलग वेरिएंट से संक्रमित होता है, तो वायरस के जीन मिलकर नया वेरिएंट बना लेते हैं। इसलिए स्ट्रेटस का संरचना पहले के वेरिएंट्स से अलग है।
कई राज्यों में कोविड-19 के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। वेस्टवॉटर यानी सीवेज में जांच से भी स्ट्रेटस वेरिएंट की मौजूदगी पाई गई है। फिलहाल संक्रमण का स्तर पूरे देश में मध्यम बताया जा रहा है, लेकिन कुछ राज्यों में हालात गंभीर हैं।
कितना खतरनाक है यह वेरिएंट?
वैज्ञानिकों के अनुसार, स्ट्रेटस वेरिएंट ज्यादा गंभीर बीमारी नहीं फैलाता, ज्यादातर मामलों में हल्की बीमारी होती है। लेकिन यह तेजी से फैलता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता से कुछ हद तक बच निकलता है। यानी पहले से वैक्सीनेटेड या पहले संक्रमित लोग भी इसके संक्रमण में आ सकते हैं।
लक्षण क्या हैं?
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गले में खराश या दर्द
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खांसी और जकड़न
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हल्का बुखार
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थकान और शरीर में दर्द
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आवाज़ बैठना या भारी लगना
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कभी-कभी उल्टी, दस्त या पेट की परेशानी
यह लक्षण अक्सर फ्लू या एलर्जी जैसे लग सकते हैं, इसलिए समय पर टेस्ट कराना जरूरी है।
किन लोगों को ज्यादा खतरा है?
स्वस्थ लोगों में यह हल्का असर दिखाता है। लेकिन बुजुर्ग, पहले से बीमार और कमजोर रोग-प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।
बचाव के तरीके
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टीकाकरण कराएं: वैक्सीन और बूस्टर डोज गंभीर बीमारी और अस्पताल में भर्ती होने से बचाव करते हैं।
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लक्षण दिखें तो टेस्ट कराएं और आइसोलेट रहें: संक्रमण फैलने से रोके।
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मास्क पहनें: खासकर भीड़ और बंद जगहों में N95 या KN95 मास्क बेहतर सुरक्षा देते हैं।
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हाथ साफ रखें और वेंटिलेशन का ध्यान दें।
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बुजुर्ग और गंभीर मरीज तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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स्वास्थ्य एजेंसियों की गाइडलाइन देखें।
फिलहाल, स्ट्रेटस वेरिएंट अमेरिका में तेजी से फैल रहा है। गंभीर बीमारी कम हो रही है, लेकिन इसकी तेजी और इम्यूनिटी से बचने की क्षमता इसे खास बनाती है। सतर्क रहना, मास्क पहनना, वैक्सीन लेना और समय पर टेस्ट कराना ही सबसे सुरक्षित उपाय हैं।