ट्रंप प्रशासन का बड़ा कदम, NASA के दो बड़े मिशन पर लगा ब्रेक; वैज्ञानिकों में चिंता

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Published On: 7 August 2025

विश्व | अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने एक चौंकाने वाला कदम उठाया है, जिसमें NASA के दो अहम मिशनों को बंद करने की योजना बनायीं है। ये मिशन ग्रीनहाउस गैसों की निगरानी और पौधों की सेहत पर नजर रखने के लिए विकसित किए गए थे। ट्रंप प्रशासन के 2026 के बजट प्रस्ताव में ‘ऑर्बिटिंग कार्बन ऑब्जर्वेटरी’ (OCO) मिशनों के लिए कोई फंड नहीं रखा गया है। ये मिशन यह सटीक रूप से पता लगाने में सक्षम हैं कि कार्बन डाइऑक्साइड वातावरण में कहां उत्सर्जित और कहां अवशोषित हो रही है, और खेतीबाड़ी में फसलें कितनी अच्छी तरह उग रही हैं। इन मिशनों की समाप्ति से वैज्ञानिकों, नीति-निर्माताओं और किसानों के लिए एक अहम डेटा स्रोत बंद हो सकता है।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन अंतरिक्ष एजेंसी नासा के दो महत्वपूर्ण मिशनों को बंद करने की दिशा में बढ़ रहा है, जो पृथ्वी पर ग्रीनहाउस गैसों की निगरानी और पौधों की सेहत का आकलन करने में सहायक हैं।

NASA के दो अहम मिशन होंगे बंद

नासा ने एक ईमेल बयान में पुष्टि की कि दो महत्वपूर्ण मिशनों को ‘‘राष्ट्रपति के एजेंडे और बजट प्राथमिकताओं के अनुरूप’’ समाप्त किया जा रहा है। ये मिशन ग्रीनहाउस गैसों की निगरानी और पृथ्वी की पारिस्थितिकी संबंधी अहम जानकारियाँ जुटाने में मदद कर रहे थे। हालांकि, नासा के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक डेविड क्रिस्प ने इस फैसले पर चिंता जताते हुए कहा कि इन मिशनों में इस्तेमाल की गई तकनीक आज भी दुनिया की किसी भी मौजूदा या प्रस्तावित प्रणाली की तुलना में अधिक संवेदनशील और सटीक है। उन्होंने इन्हें ‘‘राष्ट्रीय संपत्ति’’ बताते हुए इनकी सुरक्षा की मांग की।

ग्लोबल वॉर्मिंग में नया मोड़

क्रिस्प के अनुसार, इन मिशनों की मदद से वैज्ञानिकों ने यह पता लगाया कि अमेज़न वर्षावन जितना कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषित करता है, उससे अधिक उत्सर्जित करता है, जबकि कनाडा, रूस और उन क्षेत्रों के बोरियल वन, जहां बर्फ पिघल रही है, अपेक्षाकृत अधिक कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषित करते हैं।

क्यों बंद हो रहे हैं ये मिशन?

ट्रंप प्रशासन की ओर से कहा गया है कि यह निर्णय राष्ट्रपति के बजट और नीति प्राथमिकताओं के अनुरूप लिया गया है। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि यह जलवायु विज्ञान और पर्यावरणीय डेटा को हाशिए पर डालने की कोशिश है। ये मिशन दुनिया में ग्रीनहाउस गैसों की निगरानी के लिए सबसे सटीक और संवेदनशील तकनीक का उपयोग करते हैं। इन्हें बंद करना एक राष्ट्रीय नुकसान है।

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