ब्रिटेन के मैनचेस्टर शहर में योम किप्पूर के दिन एक यहूदी प्रार्थना स्थल के बाहर हिंसक हमला हुआ। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हमलावर ने पहले कार से लोगों को कुचला और फिर चाकू से वार करना शुरू कर दिया। ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने जानकारी दी कि संदिग्ध हमलावर को मौके पर ही गोली मार दी गई और उसकी मौत हो गई। घटनास्थल पर बम निरोधक दस्ते को भी बुलाया गया ताकि यह जांच की जा सके कि हमलावर के पास कोई विस्फोटक तो नहीं था।
पुलिस ने “प्लेटो” कोड लागू किया है, जो राष्ट्रीय स्तर पर आपात स्थिति और संभावित आतंकी हमलों से निपटने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि अभी तक इसे आधिकारिक तौर पर आतंकवादी हमला घोषित नहीं किया गया है।
PM ने जताया दुख
हमले की जानकारी मिलने के बाद किंग चार्ल्स तृतीय ने गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई। प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भी घटना को बेहद दुखद बताते हुए कहा कि योम किप्पूर यहूदी समुदाय का सबसे पवित्र दिन है और इसी दिन ऐसा हमला होना और भी भयावह है।
स्टारमर ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि सरकार इस कठिन घड़ी में यहूदी समुदाय के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि पूरे ब्रिटेन में यहूदी प्रार्थना स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा ताकि लोगों को सुरक्षा का भरोसा मिल सके।
मैनचेस्टर पहले भी रहा है निशाने पर
मैनचेस्टर में इससे पहले भी बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। साल 2017 में अमेरिकी गायिका एरियाना ग्रांडे के कॉन्सर्ट के दौरान आत्मघाती बम धमाका हुआ था, जिसमें 22 लोगों की जान चली गई थी। इस बार की घटना ने एक बार फिर शहर को दहला दिया है।
स्थानीय लोग हमले से सदमे में हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि लोग प्रार्थना के लिए इकट्ठा हुए थे, तभी अचानक कार भीड़ की ओर तेजी से बढ़ी और उसके बाद हमलावर ने चाकू से हमला शुरू कर दिया। चारों ओर भगदड़ मच गई और कई लोग घायल हो गए। फिलहाल, पुलिस पूरे इलाके की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हमलावर अकेला था या उसके पीछे कोई संगठित साजिश है।