घर में तुलसी लगाने से पहले जान लें ये वास्तु नियम, वरना हो सकता है नुकसान, जानें सही दिशा

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Published On: 11 August 2025

ज्योतिष | सनातन धर्म में तुलसी को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और मान्यता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा हरा-भरा रहता है, वहां सदैव लक्ष्मी जी का वास होता है। बिना तुलसी के पत्तों के श्री हरि की पूजा अधूरी मानी जाती है। हालांकि, शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि कभी-कभी तुलसी का पौधा घर के लिए हानिकारक भी साबित हो सकता है। इसलिए तुलसी का पौधा लगाते समय उसकी दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि कई बार गलत दिशा में रोपण के कारण घर में नकारात्मक प्रभाव और नुकसान की संभावना बढ़ जाती है।

सनातन धर्म में तुलसी को बेहद पवित्र और शुभ माना गया है, तुलसी के पौधे को केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि ऊर्जा और वातावरण शुद्ध करने वाला माना गया है। इसी वजह से इसके रोपण की दिशा और स्थान का विशेष महत्व है।

प्रसन्न होते हैं विष्णु-लक्ष्मी

सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को अत्यंत पवित्र और शुभ माना गया है। माना जाता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, वह घर शुद्ध और पावन रहता है, जहां देवी-देवताओं का वास होता है। तुलसी की नियमित पूजा से माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं, जिससे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है। हालांकि, वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कुछ स्थान ऐसे भी होते हैं जहां तुलसी का पौधा लगाना अशुभ माना जाता है।

घर में इन जगहों पर कभी न लगाएं

शास्त्रों और वास्तुशास्त्र में तुलसी के पौधे के लिए कुछ दिशाएँ और स्थान वर्जित बताए गए हैं, क्योंकि वहाँ लगाने से सकारात्मक ऊर्जा कमज़ोर हो सकती है और अनचाहा नकारात्मक असर घर-परिवार पर पड़ सकता है।

दक्षिण दिशा

वास्तु और ज्योतिष दोनों में दक्षिण दिशा को तुलसी के पौधे के लिए अशुभ माना गया है। दक्षिण दिशा यम (मृत्यु के देवता) की दिशा मानी जाती है। इसे पितृ और न्याय से जुड़ी दिशा माना जाता है। तुलसी जीवन, शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक है, इसलिए इसे इस दिशा में लगाने से इसकी सकारात्मक ऊर्जा कमज़ोर पड़ सकती है।

नैऋत्य कोण

वास्तुशास्त्र के अनुसार घर के नैऋत्य कोण, यानी दक्षिण-पश्चिम दिशा में तुलसी का पौधा लगाना अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिशा में तुलसी लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार की सुख-समृद्धि पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।

गणेश भगवान के सामने

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, भगवान गणेश की मूर्ति के सामने या उसके बिल्कुल बगल में तुलसी का पौधा लगाना अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से घर और जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए तुलसी का रोपण इन स्थानों पर करने से बचना चाहिए।

शौचालय या गंदे स्थान के पास

तुलसी को शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। अशुद्ध और गंदगी वाले स्थान के पास लगाने से पौधे की ऊर्जा प्रभावित होती है और इसका धार्मिक महत्व कम हो जाता है।

रसोई के भीतर

रसोई में तुलसी का पौधा रखने से पवित्रता भंग होती है और वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है। इसे खुले व हवादार स्थान में रखना शुभ माना जाता है।

सही दिशा निर्देश

  • तुलसी का पौधा घर के पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाने से सूर्य की किरणें सीधे पौधे पर पड़ती हैं, जिससे वह अधिक पवित्र और उर्जावान माना जाता है।
  • यह दिशा लक्ष्मी और विष्णुजी की प्रिय मानी जाती है।
  • तुलसी को हमेशा स्वच्छ स्थान पर रखना चाहिए, गंदगी और नमी वाले स्थानों से दूर।
  • पारंपरिक रूप से तुलसी को मिट्टी के चौरे या गमले में ऊँचाई पर रखा जाता है, जिससे उसकी पवित्रता बनी रहे।
  • तुलसी को खुला आकाश और पर्याप्त धूप चाहिए। बड़े पेड़ों की छाया में रोपण करने से पौधा जल्दी मुरझा सकता है और उसका धार्मिक प्रभाव घट जाता है।
  • प्रतिदिन सुबह-शाम तुलसी को जल अर्पित करना, दीप जलाना और मंत्र जप करना शुभ माना जाता है।डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. MPNews इनकी पुष्टि नहीं करता है.
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