आंखों के नीचे काले घेरे यानी डार्क सर्कल्स आजकल आम समस्या बन गए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, कई लोग इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए क्रीम, सीरम और घरेलू नुस्खे अपनाते हैं, लेकिन अक्सर इसका मूल कारण शरीर के भीतर मौजूद विटामिन की कमी या जीवनशैली में बदलाव होता है। ऐसे मामलों में सिर्फ बाहरी क्रीम लगाने से स्थायी सुधार नहीं मिलता। रिपोर्ट्स बताती हैं कि कुछ खास विटामिन जैसे विटामिन B12, विटामिन K, विटामिन E और आयरन की कमी डार्क सर्कल्स को बढ़ावा दे सकती है।
आंखों के नीचे काले घेरे यानी डार्क सर्कल्स एक आम समस्या बन चुकी है, जो कई लोगों को परेशान करती है। यह सिर्फ थकान या नींद की कमी की वजह से नहीं होते, बल्कि कई बार शरीर में विटामिन की कमी, अनुवांशिक कारण वजह बन सकता है।
डार्क सर्कल्स
डार्क सर्कल्स यानी आंखों के नीचे काले घेरे एक आम लेकिन परेशान करने वाली समस्या बन गई है। यह सिर्फ थकान या नींद की कमी से नहीं, बल्कि कई बार विटामिन की कमी, तनाव, अनियमित जीवनशैली और उम्र बढ़ने के कारण भी होते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इन पर सिर्फ क्रीम या सीरम लगाने से असर नहीं होता, बल्कि पर्याप्त नींद, सही आहार और हाइड्रेशन के साथ आवश्यक विटामिन्स लेना ज़रूरी है। डार्क सर्कल्स का इलाज करने के लिए जीवनशैली में बदलाव और मेडिकल सलाह दोनों जरूरी माने जा रहे हैं।
विटामिन B12 की कमी
विटामिन B12 की कमी से शरीर में खून बनाने और ऑक्सीजन सप्लाई बनाए रखने की प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिससे एनीमिया जैसी समस्या पैदा हो सकती है। एनीमिया में खून की मात्रा कम हो जाने के कारण आंखों के नीचे की जगह गहरी नजर आने लगती है और नीला या काला शेड बन सकता है, जिससे चेहरा थका-थका सा दिखता है।
विटामिन C की कमी
विटामिन C की कमी से आंखों के नीचे काले घेरे बढ़ सकते हैं। यह विटामिन त्वचा में कोलेजन बनाने के लिए जरूरी है, जो त्वचा को मजबूत और टाइट बनाए रखता है। जब शरीर में इसकी कमी हो जाती है, तो त्वचा पतली होने लगती है और आंखों के नीचे की नसें दिखाई देने लगती हैं, जिससे डार्कनेस बढ़ जाती है। ऐसे में सिर्फ क्रीम लगाने से फर्क नहीं पड़ेगा, असली सुधार तभी संभव है जब विटामिन C की कमी पूरी की जाए।
जेनेटिक्स
कुछ लोगों की त्वचा जन्मजात रूप से पतली होती है, जिससे आंखों के नीचे की नसें आसानी से दिखाई देती हैं और डार्क सर्कल्स ज्यादा गहरे नजर आते हैं। वहीं, कुछ लोगों में जन्म से ही अधिक मेलानिन बनने की वजह से पिग्मेंटेशन ज्यादा होता है, जिससे डार्क सर्कल्स और गहरे दिखाई देते हैं। ऐसे जेनेटिक कारणों को केवल क्रीम या घरेलू नुस्खों से ठीक करना लगभग असंभव है।
नींद की कमी
आजकल की तेज और तनावपूर्ण जीवनशैली के कारण कई लोगों को पर्याप्त नींद नहीं मिल पाती, जिससे आंखों के नीचे सूजन, त्वचा की ढीलापन और डार्क सर्कल्स जैसी समस्याएँ बढ़ जाती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, नींद की कमी डार्क सर्कल्स की सबसे आम वजह है, इसलिए स्वस्थ और गहरी नींद लेना बेहद जरूरी है।
आंखों को रगड़ने की आदत
कुछ लोगों की आदत होती है कि वे बार-बार अपनी आंखों को जोर से रगड़ते रहते हैं। यह आदत आंखों के नीचे की त्वचा की ऊपरी परत को कमजोर कर देती है और उस हिस्से का रंग काला पड़ने लगता है। लगातार आंखें रगड़ने से पिग्मेंटेशन स्थायी भी हो सकता है, इसलिए इस आदत को तुरंत रोकना जरूरी है।
उम्र का बढ़ना
उम्र बढ़ने के साथ त्वचा धीरे-धीरे पतली होने लगती है और कोलेजन की कमी से उसकी कसावट कम हो जाती है। इस कारण आंखों के नीचे की नसें अधिक स्पष्ट दिखने लगती हैं और डार्क सर्कल्स गहरे हो जाते हैं। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, सही विटामिन सप्लीमेंट और त्वचा की देखभाल से इसे कम किया जा सकता है।
