ज्योतिष | भाद्रपद कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि इस वर्ष 13 अगस्त को पड़ रही है। यह तिथि पूरे दिन रहेगी और अगले दिन यानि 14 अगस्त की सुबह 4 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगी । पंचमी तिथि के साथ-साथ इस दिन धृति योग भी बना रहेगा । नक्षत्र की बात करें तो सुबह 10 बजकर 33 मिनट तक उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा, जो कुछ राशियों के लिए लाभकारी होने वाली है। यह पंचमी तिथि धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जाती है, इसलिए इस दिन कई लोग पूजा-पाठ और व्रत रखते हैं।
13 अगस्त को भाद्रपद कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि पड़ रही है, जो पूरा दिन रहेगी और अगले दिन 14 अगस्त की तड़के 4 बजकर 24 मिनट तक समाप्त होगी। यह दिन बुधवार का है और इसी दिन रक्षा पंचमी भी मनाई जाती है।
उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र
13 अगस्त को सुबह 10 बजकर 33 मिनट तक उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा। इस नक्षत्र का प्रभाव शुभ माना जाता है। उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र कई राशियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी साबित होने वाली है। यह नक्षत्र स्थिरता, ज्ञान, आध्यात्मिक उन्नति और दीर्घकालिक सफलता का प्रतीक माना जाता है।
जो राशि इस नक्षत्र के प्रभाव में होती हैं, उन्हें अपने कार्यों में सकारात्मक परिणाम, मानसिक शांति और अवसरों की प्राप्ति होती है। खासकर मीन, कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के समय किए गए कार्य शुभ साबित होंगे।
मीन राशि पर प्रभाव
उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र का मीन राशि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इस नक्षत्र की ऊर्जा मीन राशि के जातकों को मानसिक शांति, गहरी सोच और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करेगी। उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के अंतर्गत जन्मे व्यक्ति सहनशील, दयालु और जिम्मेदार होते हैं, जो अपने आसपास की समस्याओं को समझदारी से हल करते हैं।
मीन राशि वाले जातकों के लिए यह नक्षत्र नए अवसर और सफलता के द्वार खोलता है, खासकर करियर और व्यक्तिगत जीवन में। इसके अलावा, यह नक्षत्र धन-संपत्ति और सामाजिक सम्मान में वृद्धि का भी संकेत देता है।
कर्क राशि पर प्रभाव
उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र का कर्क राशि पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। इस नक्षत्र की ऊर्जा कर्क राशि के जातकों को मानसिक स्थिरता और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करती है। उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के प्रभाव से कर्क राशि वाले लोगों में धैर्य, विवेक और संवेदनशीलता बढ़ती है, जिससे वे अपने परिवार और कार्य क्षेत्र में बेहतर निर्णय ले पाते हैं। इसके अलावा, यह नक्षत्र कठिन परिस्थितियों में भी आशा बनाए रखने और समस्याओं का समाधान खोजने की क्षमता देता है।
वृश्चिक राशि पर प्रभाव
उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र का वृश्चिक राशि पर सकारात्मक और गहन प्रभाव देखा जायेगा। यह नक्षत्र वृश्चिक राशि वालों के जीवन में गहराई, मानसिक स्थिरता और आध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ावा देता है। इस दौरान उनकी अंतर्दृष्टि मजबूत होती है और वे कठिन परिस्थितियों का सामना धैर्य और समझदारी से कर पायेंगे।
उत्तरा भाद्रपद के प्रभाव से वृश्चिक राशि के लोग अपने लक्ष्यों को पाने के लिए अधिक प्रतिबद्ध और दृढ़ हो जाते हैं, जिससे उनके करियर और व्यक्तिगत जीवन में सफलता के अवसर बढ़ते हैं।
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. MPNews इनकी पुष्टि नहीं करता है।
