गुड़मार (Gurmar), जिसे आयुर्वेद में ‘मधुनाशिनी’ भी कहा जाता है, ब्लड शुगर कंट्रोल के लिए बेहद फायदेमंद जड़ी-बूटी मानी जाती है। इसका नाम ही इस बात का संकेत है कि यह शुगर को कम करने में मदद करता है। नियमित और नियंत्रित मात्रा में सेवन करने से यह शरीर को डिटॉक्स करता है, ऊर्जा बढ़ाता है और रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।
गुड़मार, जो शुगर (मधुमेह) रोगियों के लिए एक अत्यंत लाभकारी औषधि मानी जाती है। इसके पत्तों में मौजूद जिम्नेमिक एसिड शरीर में ग्लूकोज के अवशोषण को कम करता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है। इसके अलावा, यह इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाता है।
गुड़मार, शुगर कंट्रोल का प्राकृतिक साथी
गुड़मार, जिसे आयुर्वेद में ‘मधुनाशिनी’ भी कहा जाता है, शुगर कंट्रोल के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। यह जड़ी-बूटी ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करती है और शरीर में इंसुलिन के स्तर को संतुलित रखती है। रोज़ाना नियंत्रित मात्रा में इसका सेवन करने से शुगर रोगियों को लाभ मिलता है और यह स्वस्थ जीवनशैली के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। Experts के अनुसार, गुड़मार का नियमित इस्तेमाल शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है और यह प्राकृतिक तरीके से शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
सेवन का सही तरीका
- गुड़मार जड़ी-बूटी शुगर नियंत्रण के लिए बेहद प्रभावकारी मानी जाती है।
- यह बीटा सेल्स को सक्रिय करके इंसुलिन उत्पादन में मदद करती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल स्वाभाविक रूप से संतुलित रहता है।
- इसे लेने का सही तरीका यह है कि सुबह खाली पेट या रात के खाने के बाद आधा चम्मच गुड़मार पाउडर गुनगुने पानी के साथ लें,
- दिन में एक बार गुड़मार की चाय (2-3 पत्ते पानी में उबालकर) पिएं।
- जो लोग पहले से डायबिटीज़ की दवाइयां ले रहे हैं, उन्हें गुड़मार लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
- इसके अलावा, गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएं इसका सेवन न करें।
गुड़मार खाने के कई फायदे
- गुड़मार खाने के कई फायदे हैं।
- इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स लिवर को डिटॉक्स करते हैं और किडनी की सुरक्षा करते हैं।
- यह मीठा खाने की इच्छा को कम करके वजन नियंत्रित रखने में मदद करता है।
- इसके नियमित सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- जिससे सर्दी-जुकाम, थकान और संक्रमण जैसी परेशानियाँ कम होती हैं।
- साथ ही, यह खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को घटाकर दिल को स्वस्थ रखने में भी सहायक है।
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों पर आधारित हैं. MPNews इनकी पुष्टि नहीं करता है।
