हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास रहता है और यह भगवान विष्णु को भी प्रिय है। घर में तुलसी का पौधा लगाना और नियमित रूप से उसके सामने दीपक जलाना व्यक्ति के लिए कई लाभकारी साबित हो सकता है। हिंदू धर्म में तुलसी पूजन का विशेष महत्व है। रोजाना तुलसी की पूजा-अर्चना करने से भक्त को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा, तुलसी के पौधे के सामने दीपक जलाने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
जलाएं दीपक
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे के सामने दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा करने से न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है, बल्कि व्यक्ति को मानसिक शांति और आध्यात्मिक लाभ भी मिलते हैं। वैज्ञानिक दृष्टि से भी तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और औषधीय गुण होते हैं, जिससे घर का वातावरण स्वच्छ और स्वस्थ रहता है। इसलिए रोजाना तुलसी के सामने दीपक जलाना स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि दोनों के लिए फायदेमंद माना जाता है।
देवी लक्ष्मी की कृपा
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। माना जाता है कि अगर तुलसी के सामने घी का दीपक जलाया जाए, तो देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, जिससे घर में धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
नकारात्मक ऊर्जा दूर
तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है। इसके अलावा, यह उपाय घर में लगे वास्तु दोष से राहत दिला सकता है और परिवार में चल रही लड़ाई-झगड़ों की स्थिति को शांत करने में मदद कर सकता है।
मिलते हैं ये लाभ
- तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाने से घर में शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- इससे वातावरण में सुख-शांति बनी रहती है
- बुरी शक्तियां दूर रहती हैं,
- जीवन में सकारात्मक बदलाव अनुभव किए जा सकते हैं।
दीपक जलाने के नियम
- तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाने के लिए सबसे अच्छा समय सूर्यास्त का माना जाता है।
- इस समय दीपक जलाना अत्यंत शुभ होता है और इससे घर में मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
- हमेशा गाय के घी का दीपक तुलसी के पास रखें।
- ग्रहण के दौरान तुलसी के पास दीपक जलाने से बचना चाहिए।
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. MPNews इनकी पुष्टि नहीं करता है।
