शुक्र के गोचर से 4 राशियों की चमकेगी किस्मत, मालव्य और विपरीत राजयोग से मिलेगा बंपर लाभ

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Published On: 4 July 2025

ज्योतिष | ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को नवग्रह में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। शुक्र के गोचर से कई क्षेत्रों में लाभ मिलने के योग बन जाते हैं। जुलाई माह में शुक्र के गोचर के कारण कई राशि के जातकों को किस्मत का साथ मिल सकता है। दरअसल, धन-वैभव, ऐश्वर्य और सुख के कारक दैत्य गुरु शुक्र 29 जून को स्वराशि वृषभ में गोचर कर गए हैं और 26 जुलाई तक इसी राशि में रहेंगे। अपनी स्वराशि में आकर शुक्र ने मालव्य राजयोग का निर्माण किया है।

इसके अलावा, शुक्र ने तुला राशि में विपरीत राजयोग का भी निर्माण किया है, जिसके कारण कुछ राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। तुला राशि की कुंडली में शुक्र लग के स्वामी होकर के आठवें भाव में विपरीत राजयोग बना रहे हैं।

मिला है ऊंचा दर्जा

शास्त्रों में शुक्र ग्रह को ऊंचा दर्जा दिया जाता हैं, इसलिए लोग इस ग्रह को महत्वपूर्ण मानते है। इस समय शुक्र ग्रह से लाभ मिलने के बहुत सारे योग मिल रहे हैं। शुक्र ग्रह इस समय स्वराशि वृषभ में गोचर कर रहा है, जिससे मालव्य राजयोग और विपरीत राजयोग जैसे विशेष योग बन रहे हैं। यह संयोग वृषभ राशि, तुला राशि, मीन राशि, कन्या राशि लाभकारी साबित होने वाला है।

मालव्य राजयोग

मालव्य योग वैदिक ज्योतिष के पंचमहापुरुष योगों में से एक अत्यंत शुभ और प्रभावशाली योग है। यह योग शुक्र ग्रह के कारण बनता है, जो भौतिक सुख, ऐश्वर्य, कला, सौंदर्य और वैवाहिक सुख का प्रतिनिधित्व करता है। यह योग तब बनता है, जब शुक्र ग्रह अपनी स्वराशि वृषभ (Taurus) या तुला (Libra) में अपनी उच्च राशि मीन (Pisces) में स्थित हो। मालव्य योग कुंडली के केंद्र स्थानों पहला (लग्न), चौथा, सातवां या दसवां भाव में विराजमान होता है।

मालव्य योग से भव्य व्यक्तित्व और आकर्षक व्यक्तित्व के फल मिलते हैं। इससे लोग सुंदरता, कला, संगीत, फैशन, अभिनय आदि क्षेत्रों में विशेष सफलता प्राप्त करते है। ऐश्वर्य, धन-वैभव, उच्च जीवनशैली सुख-सुविधाओं से युक्त जीवन मिलता है। समाज में इज़्ज़त और प्यार भी बहुत मिलता है

विपरीत राजयोग

विपरीत राजयोग वास्तव में एक अद्भुत और विशेष योग है, जो अशुभ भावों के स्वामियों द्वारा निर्मित होने के बावजूद, जीवन में अनुकूल और शक्तिशाली परिणाम दे सकता है। इसे ज्योतिष शास्त्र में “शुभता की विपरीत दिशा से प्राप्ति” का उदाहरण माना जाता है। विपरीत राजयोग छठा, आठवां और बारहवां भाव त्रिक भाव कहलाते हैं और इन्हें सामान्यतः अशुभ माना जाता है। जब इन भावों के स्वामी एक-दूसरे के घरों में स्थित हों या युति करें, तो वे नकारात्मक प्रभाव को नष्ट करके सकारात्मक परिणाम देने लगते हैं।

इन राशियों को होगा लाभ

जुलाई 2025 में शुक्र का वृषभ राशि में गोचर कई राशियों के लिए बेहद शुभ साबित हो सकता है। विशेष रूप से चार राशियाँ इस समय लाभ की स्थिति में रहेंगी:

वृषभ राशि (Taurus): शुक्र स्वराशि में होने के कारण, लोगो के अंदर आत्मविश्वास, आकर्षण और वैभव की वृद्धि होगी दांपत्य जीवन में मधुरता और सौंदर्य के प्रति आकर्षण रहेगा । व्यापार, कला, फैशन, डिजाइन, और सौंदर्य प्रसाधन से जुड़े लोगों को विशेष लाभ।

तुला राशि (Libra): शुक्र आठवें भाव में, परंतु विपरीत राजयोग के कारण, अचानक धन लाभ प्राप्ति होगी , विशेष रूप से गुप्त स्रोतों का पता चलेगा। शेयर बाजार, बीमा, रिसर्च और ज्योतिष आदि क्षेत्रों में उन्नति के संकेत होगी। पुराने निवेश से लाभ या अचानक कोई बड़ी डील फाइनल हो सकती है।

मीन राशि (Pisces): शुक्र तीसरे भाव में गोचर कर रहे हैं, जिससे लोगों में साहस, पराक्रम और संचार कौशल में वृद्धि होगी मीडिया, अभिनय, लेखन और कला क्षेत्र से जुड़े लोगों को नए मौके मिल सकते हैं। विदेश यात्रा या अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट के योग बन सकते है।

कन्या राशि (Virgo): शुक्र की दृष्टि भाग्य भाव पर भाग्य का पूरा साथ मिलेगा, विशेषकर शिक्षा और उच्च अध्ययन में सफलता मिलेगी विदेश जाने या वीज़ा संबंधित कार्यों में पुरे होंगे। धार्मिक यात्राएं और आध्यात्मिक झुकाव बढ़ सकता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन होगा।

डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. MPNews इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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