ज्योतिष | वैदिक ज्योतिष के अनुसार, चंद्र देव हर महीने में कुछ दिनों के लिए अस्त होते हैं, जब चंद्रमा सूर्य के अत्यधिक निकट चला जाता है तब उसे चंद्र अस्त कहा जाता है। ऐसे समय में चंद्रमा की ऊर्जा क्षीण हो जाती है, और इसका प्रभाव मानसिक स्थिति, भावनात्मक संतुलन, और चंद्र से जुड़ी गतिविधियों पर पड़ सकता है। सावन में चंद्र देव तीन दिनों के लिए अस्त हो रहे हैं ।सावन एक पवित्र माह है, और इसमें चंद्र देव का अस्त होना विशेष फल प्रदान करता है। इस बार चंद्र अस्त 3 दिनों तक रहेगा, जो धार्मिक एवं ज्योतिषीय दृष्टिकोण से अत्यंत प्रभावशाली माना जा रहा है। इन दिनों में पूजा, व्रत, शुभ कार्य, विशेष उपायों से परहेज़ करने की सलाह दी जाती है।
सावन मास में ग्रहों की चाल में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। 24 जुलाई 2025 से चंद्रमा 3 दिनों के लिए अस्त होने वाला है, जिसे वैदिक ज्योतिष में चंद्र अस्त कहा जाता है।
चंद्र अस्त
चंद्र अस्त एक ज्योतिषीय स्थिति है जिसमें चंद्रमा सूर्य के बहुत नज़दीक आ जाता है, जिससे वह पृथ्वी से दिखाई नहीं देता। इसे अंग्रेज़ी में “Combust Moon” कहा जाता है। जब चंद्रमा सूर्य से लगभग 12 अंश (डिग्री) के भीतर आ जाता है, तो वह अस्त (Combust) माना जाता है। इस समय चंद्रमा की ज्योतिषीय शक्ति या प्रभाव कमजोर हो जाते हैं।
चंद्र प्रभाव भी विशेष!
11 जुलाई से सावन का पवित्र महीना आरंभ हो चुका है और इसका समापन 9 अगस्त को होगा। यह महीना भगवान शिव की उपासना और आध्यात्मिक साधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दौरान ग्रह-नक्षत्रों की विशेष चाल विशेष रूप से प्रभावशाली मानी जाती है। विशेषकर चंद्र देव का 24 जुलाई को मिथुन राशि में अस्त होना और 26 जुलाई को कन्या राशि में उदय होना,चंद्रमा मन, भावनाएं, स्त्रियों, माँ, मनोवृत्ति, मनोबल, और सौंदर्य का प्रतिनिधित्व करता है।
इसके अस्त होने पर मनुष्य की मानसिक स्थिति, निर्णय क्षमता व भावनात्मक संतुलन पर प्रभाव पड़ता है। इस अवधि में चंद्रमा कर्क राशि में गोचर करेंगे और अस्त अवस्था में सबसे अधिक समय इसी राशि में बिताएंगे। चंद्रमा के इस गोचर और अस्त-उदय की स्थिति से कर्क, सिंह,कन्या, राशियों को विशेष लाभ मिल रहा है।
कर्क राशि
सावन मास के दौरान चंद्र देव की विशेष स्थिति कर्क राशि वालों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकती है। इस समय चंद्रमा कर्क राशि में अधिक समय तक गोचर करता है और साथ ही चंद्र अस्त की अवस्था भी यहीं अधिक प्रभावी होती है। इस कारण कर्क राशि के जातकों को कई प्रकार से सकारात्मक परिणाम मिल सकते है, घर-परिवार में आनंद का माहौल बनेगा। पुराने मनमुटाव दूर हो सकते हैं और रिश्तों में मिठास बढ़ेगी। चंद्रमा मन का कारक है। इसकी अनुकूल स्थिति मानसिक शांति, आत्मविश्वास और भावनात्मक संतुलन को बढ़ावा देगी।
सिंह राशि
यह समय सिंह राशि वालों के लिए अत्यंत शुभ साबित हो सकता है। अचानक धन लाभ के प्रबल योग बन रहे हैं। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहेगी। यदि कोई कर्ज है तो उससे मुक्ति मिलने की संभावना है। साथ ही, लंबे समय से रुके हुए कार्य भी अब गति पकड़ सकते हैं और सफलतापूर्वक पूर्ण हो सकते हैं।
कन्या राशि
चंद्र देव की इस विशेष स्थिति का कन्या राशि वालों पर शुभ प्रभाव पड़ेगा। आर्थिक स्थिति में मजबूती आने की संभावना है। निजी संबंधों में चल रही गलतफहमियां दूर होंगी और पारिवारिक सामंजस्य बढ़ेगा। इस समय किया गया निवेश लाभदायक सिद्ध हो सकता है। साथ ही, दांपत्य जीवन में भी प्रेम और समझ बढ़ेगी, जिससे रिश्ते और भी मधुर बनेंगे।
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. MPNews इनकी पुष्टि नहीं करता है.
